Fake TI : नकली पुलिसवाला राजा रघुवंशी के घर पहुंचा, शक होने पर पुलिस के हवाले किया!

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Fake TI : नकली पुलिसवाला राजा रघुवंशी के घर पहुंचा, शक होने पर पुलिस के हवाले किया!

परिवार की सजगता से वारदात नहीं कर सका, उसकी बातों से शक हुआ!

Indore : इंदौर के जिस ट्रांसपोर्ट कारोबारी की शिलांग में हनीमून के दौरान उसकी की पत्नी ने हत्या करवा दी थी। गुरुवार शाम 5 से 6 बजे के बीच उनके घर पर एक नकली पुलिसवाला पहुंच गया। पर, परिवार की सजगता से वो कोई वारदात नहीं कर सका। थ्री स्टार वर्दी वाले ठग ने राजा की मां के पैर छूकर खुद को उनके बेटे का दोस्त बताया। शक होने पर राजा के भाईयों ने पहचान पत्र मांगा, जो नकली निकला। बाद में पुलिस ने उसे धर दबौचा तो उसने कबूल किया कि वो ठगी की नीयत से आया था।

राजा के परिवार को ठगने के इरादे से एक शख्स खाकी वर्दी पहनकर उनके घर पहुंच गया। कंधे पर थ्री स्टार लगाए नकली टीआई घर में घुसते ही राजा की मां के पैर छूए। फिर खुद को परिवार का करीबी बताया। इसके बाद वह राजा के पिता से पूछताछ करता रहा। मामला राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र का है। उमा रघुवंशी ने फोन पर अपने बेटे विपिन को बताया कि घर पर एक पुलिसवाला आया है। वह राजा के पिता से बातचीत कर रहा है। मां ने बताया कि वह वर्दी में है और कंधे पर तीन स्टार लगे हैं। इस पर विपिन को संदेह हुआ। उन्होंने जब नाम और पहचान पूछा तो बताया पिताजी बात कर रहे हैं। यह सुन विपिन अपने भाई सचिन के साथ तुरंत घर पहुंचा।

रेलवे में होने की बात भी झूठी निकली

घर पहुंचने पर विपिन और सचिन ने नकली वर्दीधारी बात की। उसने खुद को बजरंग लाल जाट, निवासी रतनगढ़ (राजस्थान) बताया। उसने कहा कि वह रेलवे में कार्यरत है और उज्जैन में उसकी पोस्टिंग है। साथ ही उसने दावा किया कि कहा कि वह राजा रघुवंशी का मित्र है। राजा से उसकी मुलाकात 2021 में महाकाल मंदिर में हुई थी। विपिन ने इस पर सवाल किया कि 2021 में तो कोरोना लॉकडाउन था। उस समय राजा कहीं बाहर नहीं जाता था। शक गहराने पर विपिन ने पहचान पत्र मांगा। आरोपी ने टालमटोल करते हुए एक आईडी दिखाई, जिसे क्राइम ब्रांच को भेजा गया। जांच में पुष्टि हुई कि आईडी नकली है।

दुःख बांटने का बहाना किया

पूछताछ हुई तो उसने कहा कि वह राजा की मौत का दुख साझा करने आया है। बहानेबाजी और गोलमोल जवाबों से मामला और संदिग्ध हो गया। इसके बाद विपिन ने राजेंद्र नगर पुलिस को सूचना दी। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और आरोपी को हिरासत में लेकर थाने ले गई। राजेंद्र नगर थाना प्रभारी नीरज बिरथरे ने बताया कि सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी ने स्वीकार किया कि वह न तो पुलिसकर्मी है और न रेलवे कर्मचारी।

उसने कबूल किया कि सोशल मीडिया पर राजा की मौत की खबर देखकर वह परिवार को ठगने के इरादे से आया था। जांच में यह भी सामने आया कि बजरंग लाल पहले भी नकली पुलिसकर्मी बनकर वारदात कर चुका है। पुलिस अब उसके आपराधिक रिकॉर्ड की जांच कर रही है, ताकि पता किया जा सके कि उसने कितनी वारदात की है।