Fake TI Sent to Jail : राजा के घर पहुंचे नकली टीआई को जेल भेजा, उसके आने का मकसद स्पष्ट नहीं हुआ!   

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Fake TI Sent to Jail : राजा के घर पहुंचे नकली टीआई को जेल भेजा, उसके आने का मकसद स्पष्ट नहीं हुआ!

 

Indore : राजा रघुवंशी के घर गुरुवार को पहुंचे नकली टीआई बजरंग लाल जाट को जेल भेज दिया गया। वह रघुवंशी परिवार के घर क्यों गया, इसे लेकर पुलिस ने उससे पूछताछ भी की, पर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली। पुलिस को पता चला कि नौकरी जाने के कारण वह मानसिक रूप से परेशान था। उसने यह भी बताया कि 8 से 10 साल पहले वह राजा रघुवंशी से मिला था। इस कारण वह उसके घर गया था। लेकिन, यह बात सही नहीं है।

नौकरी पर लगातार गैर हाजिरी के कारण उसे आरपीएफ से बर्खास्त कर दिया था। पत्नी से विवाद के चलते पत्नी ने भी उसे छोड़ दिया। हालांकि वह घर पर क्यों आया इस सवाल का जवाब रघुवंशी परिवार भी जानना चाहता है। गुरुवार को बजरंग लाल जाट नामक एक व्यक्ति टीआई की वर्दी पहनकर राजा रघुवंशी के घर में पहुंच गया था। जहां वह परिवार के लोगों से जानकारी निकाल रहा था। इस बीच राजा की मां उमा रघुवंशी ने बड़े बेटे विपिन रघुवंशी को कॉल करके बुला लिया था। इसके बाद उन्होंने उससे बातचीत की, तो उन्हें उस पर शंका हुई। पुलिस को इसके बारे में बताया, जिसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया। विपिन की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया।

नौकरी में गैरहाजिर रहा 

राजेंद्र नगर टीआई नीरज बिरथरे ने बताया कि बजरंग लाल जाट राजस्थान के रतनगढ़ का रहने वाला है। वह आरपीएफ में आरक्षक के पद पर था, लेकिन उसे एंजायटी ने घेर लिया। काम ठीक से नहीं कर पाने के कारण वह गैरहाजिर ज्यादा रहने लगा था। इसके साथ ही उसका पत्नी से भी लगातार विवाद चल रहा था। इस कारण 8-10 साल पहले पत्नी उसे छोड़कर चली गई थी। वहीं ज्यादा गैरहाजिर रहने के कारण उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया था। एंजाइटी के कारण वह वर्दी पहनकर निकल जाता था। बजरंग लाल के परिवार में उसके पिता नहीं है, मां और बहन है। उसकी पत्नी उससे अलग रहती है। उनका 12 साल का एक बेटा भी है।

राजस्थान से खरीदे क्लैप

टीआई ने बताया कि आरोपी के पास पहले से ही आरक्षक की वर्दी थी। उसने उस पर राजस्थान से खरीदे गए दो नकली क्लैप (टीआई रैंक) लगा लिए थे। ये क्लैप आसानी से बाजार में मिल जाते हैं। पूछताछ में उसने यह भी बताया कि करीब 7-8 साल पहले उज्जैन में उसकी राजा रघुवंशी से मुलाकात हुई थी, जिसे वह अब तक याद रखे हुए था और इसी बहाने वह उनके घर पहुंच गया। हालांकि, उसका असल मकसद क्या था, यह अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस ने विपिन रघुवंशी की शिकायत पर धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

अन्य राज्यों से रिकॉर्ड खंगाला जा रहा 

एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश दंडोतिया ने बताया कि बजरंग लाल ने रघुवंशी परिवार को बताया था कि उसकी पोस्टिंग दिल्ली में आरपीएफ में है और इससे पहले वह उज्जैन में तैनात था। उसने दावा किया कि उज्जैन में उसकी राजा रघुवंशी से मुलाकात हुई थी, लेकिन जब पुलिस ने जांच की तो पता चला कि जिस साल का वह जिक्र कर रहा था, उस दौरान राजा उज्जैन गए ही नहीं थे।

नकली टीआई की बातों से परिवार को उस पर शक हुआ और पुलिस को सूचना दी गई। राजेंद्र नगर थाने में आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर पूछताछ की जा रही है। अब तक की जांच में सामने आया है कि बजरंग लाल आरपीएफ से बर्खास्त शुदा आरक्षक है। इंदौर में उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है, लेकिन पुलिस अन्य राज्यों से उसके पुराने रिकॉर्ड खंगाल रही है।

परिवार भी उलझन में

रघुवंशी परिवार अब भी हैरान है कि आखिर नकली टीआई ने उनके घर आने की हिम्मत क्यों की और परिवार की जानकारी लेने का मकसद क्या था। घर वाले भी नहीं समझ पा रहे हैं कि वह किस इरादे से यहां आया था। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और आरोपी से पूछताछ जारी है। शनिवार को विपिन रघुवंशी ने एक वीडियो जारी कर बताया कि उनके घर फर्जी टीआई आया था, जिसकी शिकायत उन्होंने राजेंद्र नगर थाने में की। उन्होंने कहा ‘में नहीं पता कि वह कहां से आया, क्यों आया और किसके कहने पर आया। उसका मकसद क्या था, यह भी स्पष्ट नहीं है। किसने भेजा इसे लेकर हम किसी पर आरोप नहीं लगा रहे हैं।’