
Social Media पर फैल रही Facebook-Meta की तस्वीरों को लेकर झूठी अफवाहें, जानें असली सच
रुचि बागड़देव की खास रिपोर्ट
Social Media पर इन दिनों एक संदेश तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि फेसबुक (मेटा) ने आपकी तस्वीरों और निजी जानकारियों के उपयोग के लिए नए नियम लागू कर दिए हैं। कहा जा रहा है कि अगर आप एक विशेष पोस्ट नहीं बनाएंगे तो आपकी तस्वीरों के इस्तेमाल की अनुमति मानी जाएगी। यह खबर पूरी तरह गलत और भ्रामक है।

फेसबुक या मेटा ने कभी भी ऐसी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की कि आपकी तस्वीरें या निजी जानकारी बिना आपकी स्पष्ट सहमति के इस्तेमाल की जाएगी। वायरल पोस्ट में दावा किया गया कि-
“मैं ……..मध्यप्रदेश का रहने वाला हूं, यह स्पष्ट करता हूं कि मैं अपनी निजी जानकारी और तस्वीरों के उपयोग के लिए फेसबुक या मेटा को कोई अनुमति नहीं देता। कल एक महत्वपूर्ण दिन है जिस पर आधिकारिक मुहर रात 9:20 बजे लगाई गई है और यह समाचार टीवी पर प्रसारित किया गया है। फेसबुक के नए नियम कल से लागू होंगे जो आपकी तस्वीरों के उपयोग की अनुमति देते हैं। समय सीमा आज समाप्त हो रही है। कृपया इस संदेश को कॉपी करें और अपने प्रोफाइल पर एक नया पोस्ट बनाकर पेस्ट करें। जो लोग ऐसा नहीं करते हैं उन्हें अनुमति देने वाला माना जाएगा। गोपनीयता के उल्लंघन पर कानूनी परिणाम हो सकते हैं।”
यह वायरल मैसेज पूरी तरह से मिथ्या है।
असल में, फेसबुक समय-समय पर अपनी नीतियों में बदलाव करता रहता है और कुछ मामलों में उपयोगकर्ताओं से नई सुविधाओं के लिए स्वैच्छिक अनुमति ली जाती है, जैसे कि AI आधारित फोटो टैगिंग फीचर के लिए। लेकिन यह अनुमति स्वैच्छिक होती है और व्यक्तिगत उपयोगकर्ता के अधिकारों का सम्मान किया जाता है।
कानूनी तौर पर भी किसी सोशल मीडिया यूजर द्वारा ऐसा कोई पोस्ट शेयर करना आपकी प्राइवेसी को नियंत्रित नहीं कर सकता। आपकी जानकारी के इस्तेमाल के नियम फेसबुक की टर्म्स एंड कंडीशंस और प्राइवेसी पॉलिसी के तहत निर्धारित होते हैं, जिन्हें आप नेटवर्क से जुड़ते समय स्वीकार करते हैं।
फैक्ट-चेक एजेंसियों और तकनीकी विशेषज्ञों ने भी इस तरह के वायरल मैसेज को झूठा करार दिया है और लोगों से ऐसे मैसेज को बिना जांचे फैलाने से बचने की सलाह दी है।
कैसे रहें सावधान..?
1. फेसबुक की प्राइवेसी सेटिंग्स को नियमित आधार पर चेक करें और अपडेट रखें।
2. किसी भी वायरल मैसेज पर बिना विश्वसनीय स्रोत की पुष्टि के भरोसा न करें।
3. फेसबुक के आधिकारिक नोटिफिकेशन और अपडेट को ही देखें।
4. ऐसे गलत अफवाह फैलाने वाले संदेशों को शेयर करने से बचें।
फेसबुक मेटा की तस्वीरों और डेटा उपयोग से संबंधित आपकी सहमति सुरक्षित है, और कोई भी आपकी अनुमति के बिना आपका डेटा इस्तेमाल नहीं कर सकता। इसलिए, इन झूठे मैसेजों पर ध्यान न दें और केवल भरोसेमंद स्रोतों से जानकारी लें।





