FBI Raid on Trump House : ट्रंप के घर से परमाणु हथियार संबंधी दस्तावेज जब्त?

FBI ने छापा मारकर दर्जनभर बक्सों में दस्तावेज बरामद किए

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FBI Raid on Trump House : ट्रंप के घर से परमाणु हथियार संबंधी दस्तावेज जब्त?

 

Washington : अमेरिकी जांच एजेंसी (FBI) ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित मार-ए-लागो घर पर छापेमारी की। इस दौरान FBI ने वहां से दस्तावेजों से भरे एक दर्जन बॉक्स जब्त किए। इस कार्रवाई को जानबूझकर ऐसे वक्त पर किया गया, जब डोनाल्ड ट्रंप घर पर नहीं थे। इस छापे को लेकर एक बड़ा खुलासा भी हुआ। रिपोर्ट के मुताबिक फेडरल एजेंटों ने परमाणु हथियारों से संबंधित दस्तावेजों की तलाश में डोनाल्ड ट्रंप के घर पर छापा मारा। वॉशिंगटन पोस्ट ने गुरुवार को इस संबंध में खुलासा करते हुए बताया कि यह स्पष्ट नहीं है कि पाम बीच में पूर्व राष्ट्रपति के मार-ए-लागो रिजॉर्ट से ऐसे दस्तावेज बरामद हुए या नहीं। वहीं, ट्रंप और न्याय विभाग ने भी परमाणु हथियारों से संबंधित दस्तावेजों की खोज पर कोई सार्वजनिक घोषणा नहीं की है।

अमेरिकी न्याय विभाग ने शुक्रवार को बताया कि एफबीआई एजेंटों ने इस हफ्ते फ्लोरिडा में ट्रंप के घर संघीय मजिस्ट्रेट द्वारा अनुमोदित वारंट के आधार पर तलाशी ली। जिसमें कुछ गोपनीय दस्तावेजों को जब्त किया गया। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक सूत्रों से पता चला है कि यह दस्तावेज परमाणु हथियारों से जुड़े हुए थे। अब इस हैरान कर देने वाले खुलासे से आने वाले समय में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। खबरों के अनुसार अदालत द्वारा सील की गई एक संपत्ति रसीद से पता चलता है कि FBI एजेंटों ने सोमवार को एक तलाशी के दौरान संपत्ति से वर्गीकृत रिकॉर्ड के 11 सेट लिए।

जब्त किए गए रिकॉर्ड में कुछ ऐसे भी दस्तावेज शामिल हैं, जिन्हें टॉप सीक्रेट के रूप में वर्गीकृत किया गया था और साथ ही ‘संवेदनशील कंपार्टमेंट सूचना’ एक विशेष श्रेणी जो देश के सबसे महत्वपूर्ण रहस्यों की रक्षा के लिए थी और जिन्हें सार्वजनिक रूप से प्रकट करने पर US के हितों को नुकसान होगा। अदालत के रिकॉर्ड ने दस्तावेजों के बारे में या उनमें कौन सी जानकारी शामिल हो सकती है, इसके बारे में विशिष्ट विवरण प्रदान नहीं किया।

वारंट का विवरण है कि संघीय एजेंट तीन अलग-अलग संघीय कानूनों के संभावित उल्लंघनों की जांच कर रहे थे, जिसमें एक जासूसी अधिनियम के तहत रक्षा जानकारी एकत्र करने, प्रसारित करने या खोने को नियंत्रित करता है। अन्य क़ानून संघीय जाँच में अभिलेखों को छुपाने, विकृत करने या हटाने और अभिलेखों के विनाश, परिवर्तन या मिथ्याकरण को संबोधित करते हैं।

संपत्ति रसीद ने संघीय एजेंटों को अन्य संभावित राष्ट्रपति रिकॉर्ड भी एकत्र किए, जिसमें ट्रम्प सहयोगी रोजर स्टोन को क्षमा करने का आदेश, दस्तावेजों का चमड़े का डिब्बा और फ्रांस के राष्ट्रपति के बारे में जानकारी शामिल है। तलाशी में तस्वीरों का एक बाइंडर, एक हस्तलिखित नोट के अलावा विविध गुप्त दस्तावेज और विविध गोपनीय दस्तावेज जब्त किए गए।

जांच अधिकारियों ने अपने वारंट आवेदन में अमेरिकी मजिस्ट्रेट न्यायाधीश ब्रूस रेनहार्ट को बताया कि यह मानने का संभावित कारण था कि ट्रंप ने जासूसी अधिनियम का उल्लंघन किया है। वहीं ट्रंप के पास टॉप सीक्रेट लेवल वाले दस्तावेजों के खुलासे से उनके लिए बड़ा कानूनी खतरा पैदा हो सकता है।

हालाकि, अभी तक FBI द्वारा या ट्रंप या उनके अधिकृत प्रतिनिधि ने इस जब्ती दस्तावेज संबंधी मामले में कोई बयान नहीं दिया।

अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा कि जो दस्तावेज आमतौर पर विशेष सरकारी सुविधाओं में सुरक्षित रहने चाहिए थे, वो ट्रंप के पास कैसे थे? साथ ही बताया कि इस तरह से राष्ट्रीय सुरक्षा को गंभीर नुकसान हो सकता था। उन पर आरोप लग रहा है कि ट्रंप ने अपनी सरकार जाने के बाद दस्तावेजों को नई सरकार को नहीं सौंपा था।

बक्से साथ ले गए

विस्तृत जानकारी अनुसार जनवरी 2021 में जब ट्रंप चुनाव हारे तो व्हाइट हाउस छोड़ने के दौरान वह डॉक्यूमेंट से भरे 15 बक्से अपने साथ ले गए थे। एक साल बाद ये दस्तावेज नेशनल आर्काइव को वापस कर दिया गया। लेकिन FBI रेड के जरिए ये पता करना चाहती थी कि क्या उनके पास अभी भी कोई गोपनीय दस्तावेज बचा हुआ है या नहीं। ट्रंप ने अपनी शिकायत जाहिर करते हुए कहा था कि FBI ने उनके सेफ को भी तोड़ कर तलाशी ली है।

ट्रंप के घर मार-ए-लागो में FBI की क्लासीफाइड डॉक्यूमेंट्स की खोज सोमवार सुबह शुरू हुई थी, जो कई घंटों बाद तक ट्रंप कार्यालय और पर्सनल क्वार्टर में चली थी। बता दें कि सर्च के दौरान ट्रंप के वकील मौजूद रहे थे। हालाकि छापेमारी के दौरान ट्रंप फ्लोरिडा स्थित अपने आवास पर नहीं थे, वे न्यूयॉर्क में थे।

घर पर छापेमारी के बाद ट्रंप का कहना था कि सरकारी एजेंसियों को सहयोग करने के बाद भी अघोषित छापा न तो आवश्यक था, न ही उचित। उन्होंने इस कार्रवाई को वर्ष 2024 के राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में रोकने की कोशिश करार दिया था। उन्होंने कहा था कि ऐसे हमले टूटे हुए और तीसरी दुनिया के देशों में होते हैं। ट्रंप लगातार वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन पर हमलावर रहे हैं। उन्होंने चुनाव के बाद रिजल्ट में भी गड़बड़ी का आरोप लगाया था।

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हर दस्तावेज सुरक्षित 

राष्ट्रपति रहने के दौरान जबकि डोनाल्ड ट्रंप को पेपर फाड़ने के लिए भी जाना जाता रहा है। अमेरिकी कानून के मुताबिक ये राष्ट्रपति रेकॉर्ड्स एक्ट का उल्लंघन है। दरअसल इस कानून के तहत व्हाइट हाउस राष्ट्रपति से जुड़े सभी मेमो, पत्र, ईमेल और हर वह पेपर जिसे राष्ट्रपति छूते हैं, वह नेशनल आर्काइव में सुरक्षित रखने के लिए भेज दिया जाता है। लेकिन ट्रंप को पेपर फाड़ने की भी बुरी आदत थी। जानकारी के मुताबिक एक स्टाफ सिर्फ उनके फाड़े पेपर को वापस टेप लगाने के लिए था।

यह पहला मौका नहीं है जब पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप न्यूक्लियर हथियार के मामले में घिरे हैं। इससे पहले एक चर्चित किताब में परमाणु हथियारों को लेकर उनकी भूमिका पर सवाल उठाए गए थे। अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट के पत्रकार बॉब वुडवर्ड और रॉबर्ट कोस्टा ने अपनी इस किताब ‘Peril’ में लिखा है कि अमेरिका में चुनाव के बाद हिंसा हुई थी। चुनाव नतीजों के बाद ट्रंप काफी परेशान थे। अमेरिका के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के प्रमुख जनरल मार्क मिली को आशंका थी कि ट्रंप न्यूक्लियर हमले समेत कोई भी खतरनाक कदम उठा सकते हैं। ऐसे में मार्क मिली ने ट्रंप को न्यूक्लियर हथियारों का इस्तेमाल करने से रोकने के लिए टॉप सीक्रेट कार्रवाई की थी।

सरकारी अधिकारी इस बात को लेकर चिंता में हैं कि यह संवेदनशील दस्तावेज ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित घर पर गलत हाथों में पड़ सकते थे। अधिकारियों के मुताबिक इन दस्तावेजों का संबंध राष्ट्रीय सुरक्षा से है।