Fearless Adulterators : शहर में मिलावट करने वाले बेख़ौफ़, सैंपल लेने वाले सुस्त!

सबसे ज्यादा मिलावट लाल मिर्च, सौंफ और दूध निर्मित सामग्री में पाई गई!

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Fearless Adulterators : शहर में मिलावट करने वाले बेख़ौफ़, सैंपल लेने वाले सुस्त!

   Indore : प्रशासन और खाद्य विभाग की टीम ने हाल ही में अखाद्य सौंफ के कई नमूने लिए, जिन्हें रंगकर बेचा जाता रहा था। एक मामले में पूर्व में लिए सौंफ के नमूने को असफल पाया गया और मामला दर्ज कर कार्रवाई की गई। लेकिन, शहर में कई खाद्य पदार्थों में खुलेआम मिलावटी होने कि शिकायतें सामने आती है। लेकिन, नमूने इतने कम लिए जाते हैं कि ऐसी कार्रवाइयों का डर ही ख़त्म हो गया।

      खानपान के लिए प्रसिध्द शहर के लोगों को यह ध्यान रखने की आवश्यकता है कि घर में रोजाना उपयोग में आने वाले दूध, मसाले, सेव, सौंफ आदि में मिलावटी तो नहीं है। क्योंकि, शहर में जमकर मिलावटी खाद्य पदार्थो की बिक्री हो रही है। दोगुना मुनाफा कमाने के चक्कर में कुछ लोग शहरवासियों की सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

     किसी खाद्य सामग्री में डिस्टेंपर तो किसी में आईल साल्यूबल रंग मिलाया जा रहा है। जिसके सेवन से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती है। शहर में हजारों खाद्य पदार्थ निर्माण इकाइयां है। जहां सभी तरह की खाद्य सामग्रियां बनाई जाती है। यह सामग्रियां सिर्फ इंदौर में ही नहीं बल्कि प्रदेशभर में सप्लाय होती है।

     वर्ष 2023 में सिर्फ 2500 जांच के सैंपल ही लिए गए, जिनमें से 158 में मिलावट पाई गई थी। सबसे अधिक मिलावट लाल मिर्च, सौंफ, दूध निर्मित सामग्री में पाई गई है। यदि इतने कम स्थानों पर जिम्मेदार पहुंचेंगे तो फिर शहर को शुद्ध खानपान कैसे मिल पाएगा। वहीं कई स्थानों पर शहर में सिर्फ त्योहारों के समय ही खाद्य पदार्थों का निर्माण शुरू किया जाता है, यह कई घरों में भी होता है।

ये हाल है नमूनों और जांच के  

      लिए गए कुल लीगल नमूने 794, सर्विलेंस नमूने 1713, विश्लेषित नमूने 1134, असुरक्षित नमूने 158, दायर प्रकरण 91, निर्णीत मामले 61, अर्थदंड की राशि 70 लाख रुपए और अर्थदंड की वसूली 16.40 लाख रुपए।