

Features of Air Defense System : पाकिस्तान को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने कितना नुकसान पहुंचाया, कैसे उसके ड्रोन आसमान में ही ध्वस्त!
New Delhi आतंकी हमले के बाद भारत ने जब से ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की, पाकिस्तान बौखला गया है। एक तरफ जहां भारत ने केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, वहीं पाकिस्तान लगातार भारत के रिहायशी इलाकों को टारगेट कर ड्रोन से हमला कर रहा है। हालांकि, भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के सभी हमलों को अब तक बेअसर किया है।
पाकिस्तान चार रात से ड्रोन हमले कर रहा है, लेकिन देशी-विदेशी डिफेंस सिस्टम पाकिस्तान के एक भी ड्रोन को जमीन पर उतरने नहीं दिया। हवा में ही दबोच कर उसे नष्ट कर दिया। जानिए कि भारत का एयर डिफेंस सिस्टम कैसे काम करता है?
भारत का एयर डिफेंस सिस्टम एक हाई टेक्नीक सिस्टम है, जो दुश्मन देश के लड़ाकू विमानों, मिसाइलों, ड्रोनों और हेलीकॉप्टरों को मार गिराता है। यह एयर डिफेंस सिस्टम कई लेवल पर काम करता है। एयर डिफेंस सिस्टम पहले हवाई खतरों को पहचानता है, फिर ट्रैक करता है और अंत में मार देता है।
मॉडर्न एयर डिफेंस सिस्टम में कई अहम पार्ट्स होते हैं जैसे कि रडार सिस्टम, जो आसमान में खतरों को ढूंढने का काम करता है। फिर सिस्टम रडार से मिली जानकारी को एकत्रित करता है और विश्लेषण करता है।
– कमांड और कंट्रोल सेंटर इस सिस्टम का दिमाग है। ये सेंटर सेंसरों से जानकारी लेते हैं, उसका विश्लेषण करते हैं और रक्षा के लिए तुरंत फैसला लेते हैं। इनमें फास्ट कंप्यूटर और कम्युनिकेशन डिवाइस होते हैं।
– जमीन से हवा में मारने वाली मिसाइलें एयर डिफेंस के मुख्य हथियार हैं। ये मिसाइलें छोटी दूरी से लेकर लंबी दूरी तक के खतरों को नष्ट कर सकती हैं। आधुनिक मिसाइलों में बेहतर गाइडेंस सिस्टम होते हैं, जो एक साथ कई टारगेट को निशाना बना सकती हैं।
– मोबाइल एयर डिफेंस यूनिट बहुत ही बेहतर माना जाता है। क्योंकि, जरूरत पड़ने पर इसे जल्दी से तैनात किया जा सकता है। इनमें वाहनों पर लगे रडार, मिसाइलें और कमांड सिस्टम होते हैं, जो बदलती परिस्थितियों में तेजी से काम करते हैं।
– भारत की मल्टी लेवल एयर डिफेंस सिस्टम, जिसमें रूसी, इजरायली और स्वदेशी आकाश मिसाइलें शामिल हैं, जो पाकिस्तान की तुलना में काफी बेहतर माना जाता है, जो कि अधिकांश तौर पर चीनी सिस्टम पर निर्भर है।