FIITJEE Complaint : फिटजी कोचिंग क्लासेस शिकायत, स्टूडेंट्स से लाखों रुपए फीस ली, फैकल्टी कोई नहीं!

कलेक्टर ने भी जनसुनवाई में आई शिकायत की जांच कराई, संस्था को हिदायत दी!

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FIITJEE Complaint : फिटजी कोचिंग क्लासेस शिकायत, स्टूडेंट्स से लाखों रुपए फीस ली, फैकल्टी कोई नहीं!

Indore : बड़ी कोचिंग इंस्टिट्यूट में एक फिटजी पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है। स्टूडेंट्स के पेरेंट्स तुकोगंज थाने पहुंचे और पुलिस को आवेदन दिया। आवेदन के बाद पुलिस ने संस्था प्रमुख डीके गोयल को तीन दिन में जबाव देने को कहा है। संतुष्टि भरा जबाव नहीं मिलने पर संस्था के खिलाफ धोखाधड़ी की कार्रवाई की जाएगी।

तुकोगंज थाना प्रभारी जितेन्द्र सिंह यादव ने बताया कि पीड़ितों का आरोप है कि फिटजी संस्था ने 250 बच्चों से फीस के रुप में करोड़ों रुपए हासिल कर लिए। संस्था में दो-तीन माह से फेकल्टी नहीं आ रहे हैं। समय पर वेतन नहीं मिलने से फेकल्टी ने नौकरी छोड़ दी है।

एक फेकल्टी तीन-तीन विषय पढ़ा रहे हैं। फेकल्टी के अभाव में बच्चों का भविष्य बिगड़ रहा है। पीड़ितों ने संस्था के दिल्ली स्थित मुख्यालय पर इस संबंध में बात की थी, वहां से भी पीड़ितों को कोई जबाव नहीं दिया गया। मंगलवार को कलेक्टोरेट में आयोजित जनसुनवाई में भी पीड़ित शिकायत लेकर पहुंचे। तब कलेक्टर आशीष सिंह ने एसडीएम घनश्याम धनगर को संस्था की जांच करने भेजा था। जांच में यह बात सामने आई थी कि मार्च के बाद से फेकल्टी नहीं है। जबकि, संस्था बच्चों से क्लासेस लगने के नाम पर लगातार राशि जमा कराता रहा। कलेक्टर ने पालकों के प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि एक-दो दिन में फैकल्टी की व्यवस्था नहीं हो पाई तो छात्रों की फीस वापस कराई जाएगी। K

वेतन नहीं दिया तो फैकल्टी नहीं बची 

यहां चार माह से फेक्ल्टी नहीं है, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। कई बार स्टूडेंट्स ने इसकी शिकायत भी की, मगर कोई एक्शन नहीं लिया गया। इंदौर में इसकी दो ब्रांच हैं। जबकि, दिल्ली में इसका मुख्यालय है।

जानकारी के मुताबिक, ढाई सौ बच्चों से संस्था प्रमुख डीके गोयल ने करीब एक करोड़ रुपए बतौर फीस ली थी। फीस लेने के बाद लंबे समय से फैकल्टी को वेतन नहीं दिया गया। वेतन नहीं मिलने से फैकल्टी ने आना बंद कर दिया है। यही कारण है कि बच्चों का कोर्स पूरा नहीं हो पा रहा है।

खराब मिला फायर सिस्टम

निरीक्षण के दौरान यहां फायर सिस्टम खराब मिला। इस पर एसडीएम ने कर्मचारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि सिस्टम को लेकर कई बार सचेत किया जा चुका है, इसके बाद प्रशासन के आदेश की अनदेखी करना न्यायोचित नहीं है।