
Film Story of CEO Kidnapping : जावद जनपद के CEO के अपहरण की कहानी पूरी फिल्मी, मोहब्बत के बीच आया समाज!
इंदौर के एक तहसीलदार पर कलेक्टर ने कार्रवाई की, पटवारी भी नहीं बचेंगे!
Indore : आज नीमच जिले के जावद में जनपद सीईओ आकाश धुर्वे का फिल्मी अंदाज में 13 लोगों ने अपहरण कर लिया। जब मामला पुलिस के पास पहुंचा तो चारों तरफ नाकेबंदी की गई। राजस्थान से लगाकर उज्जैन तक पुलिस को सचेत कर दिया गया। उज्जैन पुलिस भी अलर्ट मोड पर थी, नागदा में नाकेबंदी के दौरान स्कार्पियों को रोक लिया और मौके जमा भीड भी स्कार्पियों पर टूट पडी। पुलिस ने आक्रोशित भीड के चंगुल से सीईओ को मुक्त कराया और संदिग्ध लोगों को थाने लेकर आए। नीमच पुलिस ने तहसीलदार और 5 पटवारी समेत कुल 13 लोगों पर केस दर्ज किया है।
सुबह 8.45 बजे से नाकाबंदी
सीईओ के अपहरण के बाद काली स्कोर्पियो गाड़ी नागदा की तरफ आने की सूचना मिलने के बाद नागदा मंडी पुलिस ने गुरुवार सुबह 8.45 बजे से नाकाबंदी कर ली। करीब 10 बजे काले रंग की स्कॉर्पियों आती दिखाई दी। पुलिस को देखकर स्कॉर्पियों चालक ने तेजी से निकालने की कोशिश की। लेकिन, कार रोकने के लिए नाकाबंदी में तैनात एक पुलिसकर्मी ने कार के कांच पर लट्ठ मार दिया। इससे चालक संतुलन खो बैठा और उसने आगे चल रही बलेनो कार में टक्कर मार दी। पुलिस के गाड़ी रोकते ही लोगों ने स्कॉर्पियो सवारों पर हमला करने की कोशिश की। हालांकि पुलिस बीच-बचाव करते हुए आरोपियों को हिरासत में लेकर रवाना हो गई।

सीईओ का अपहरण इसलिए हुआ
अपहरण क्यों हुआ, यह सवाल सभी के जहन में है। दरअसल, अपहरण के पीछे सीईओ की लव स्टोरी सामने आई। बताया गया कि सीईओ आकाश धुर्वें को 2015 में उन्हीं के गांव गंगधार (जिला धार) की एक युवती पिंकी से प्यार हो गया था। दोनों में कुछ साल तक प्रेम प्रसंग चला, फिर ब्रेकअप हो गया। 2023 में फिर सीईओ और वह युवती का प्यार परवान चढा। बुधवार को पिंकी सीईओ के घर आ गई। लेकिन, आकाश ने उसे साथ रखने से इंकार कर दिया।
इसके बाद युवती के परिजन आग बबूला हो गए और सीईओ को उठाकर लाने के लिए गुरूवार को नीमच पहुंच गए। फिल्मी स्टाईल में जब वे सीईओ को स्कार्पियों में लेकर जा रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें नागदा में पकड़ लिया। बताते है कि सीईओ को उठाकर ले जाने वालों में कुछ पटवारी भी थे, जिन्हें अपहरण करने वाले अपने साथ ले गए थे।

जनपद सीईओ के अपहरण के इस मामले में इंदौर के तहसीलदार जगदीश रंधावा का नाम आया सामने आने पर इंदौर कलेक्टर ने उन्हें तत्काल प्रभाव से तहसीलदार पद से हटाकर भू-अभिलेख में अटैच किया। इस मामले में लिप्त पटवारियों पर भी गाज गिर सकती है। तहसीलदार इसलिए इस मामले के बीच में आए क्योंकि पिंकी तहसीलदार की चचेरी बहन है, जिसका सीईओ से लंबे समय से अफेयर चल रहा था। सीईओ ने जब रिश्ता तोड़ना चाहा तो बात बिगड़ गई। युवती पिंकी जिस समाज से है, उसमें अगर लड़की लड़के के घर चली जाती है, तो पंचायत बैठकर फैसला करती है। सीईओ को पंचायत में बैठाने के लिए ही उसे जबरदस्ती ले जाने की बात सामने आई।





