चक्काजाम करने पर कांग्रेस महासचिव के खिलाफ FIR

बोले- FIR की नहीं है चिंता, हक के लिए हमेशा लड़ेंगे

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Strict Action of Collector

इटारसी से चंद्रकांत अग्रवाल की रिपोर्ट

इटारसी। समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीदी नहीं होने पर किसानों के साथ रोड पर बैठकर चक्काजाम करने वाले मप्र कांग्रेस कमेटी के महासचिव और पूर्व जिलाध्यक्ष पुष्पराज पटेल के खिलाफ सोहागपुर पुलिस ने चक्काजाम करने पर एफआईआर दर्ज की है।
इस संबंध में श्री पटेल का कहना था कि, एफआईआर का कोई मलाल नहीं बल्कि किसानों की सुनवाई नहीं हुई तो बार-बार आंदोलन करेंगे।
उल्लेखनीय है कि जिले के सोहागपुर में समर्थन मूल्य पर मूंग की तुलाई को लेकर हाईवे पर बाजाली वेयर हाउस के सामने चक्काजाम करने के मामले में कांग्रेस के प्रदेश महासचिव और पूर्व जिलाध्यक्ष पुष्पराज पटेल पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। उन पर नर्मदापुरम-पिपरिया स्टेट हाईवे जबरदस्ती बंद कर चक्काजाम करने का आरोप है। सोहागपुर थाने में आदिम जाति सेवा सहकारी समिति टेकापार के प्रबंधक वीरेन्द्र पिता जयराम रघुवंशी 54 वर्ष, की शिकायत पर धारा 341 के तहत केस दर्ज हुआ।
कांग्रेस नेता पुष्पराज पटेल ने कहा कि किसानों के हक के लिए लड़ रहे हैं, और ऐसे हालात उत्पन्न किये जाएंगे तो वे बार-बार आंदोलन करेंगे। उनका सवाल है कि आखिर यह नौबत आने ही क्यों दी जा रहीहै। मैं किसानों के हित में सड़कों पर आया। नर्मदापुरम-पिपरिया स्टेट हाईवे पर शोभापुर के पास वेयरहाउस में सरकारी मूंग की खरीदी हो रही है। शुक्रवार शाम से करीब 30 किसान मूंग बेचने लाइन में खड़े थे। शनिवार सुबह से किसानों को अवकाश होने से सोमवार को तुलाई और खरीदी होने का कहा। किसान मांग कर रहे थे कि उनकी मूंग को आज ही तोली जाएं या वेयरहाउस में खाली कर लिया जाए ताकि किराये पर लाए ट्रैक्टर ट्रॉली को गांव ले जा सकेंगे। किसानों के साथ कांग्रेस प्रदेश महासचिव पुष्पराज पटेल हाईवे पर बैठ चक्काजाम कर दिए। दोपहर 1 से 1.30 बजे तक चक्काजाम रहा। नायब तहसीलदार और पुलिस ने समझाने का प्रयास किया। पर किसान नेता व प्रदेश महासचिव पुष्पराज पटेल मांगों पर अड़े रहे। आखिर में किसानों की मूंग को वेयरहाउस में अंदर रखवाने पर सहमति बनी। तुलाई सोमवार को होगी, जिसके बाद किसानों ने चक्काजाम खत्म किया गया।

सात दिन बोलकर 5 दिन खरीद
कांग्रेस नेता का कहना है कि केवल पांच दिन खरीद की जाती है, जबकि सात दिन खरीद की बात करते हैं। शनिवार-रविवार को कोई खरीद नहीं की जाती है। सोमवार को जब जाते हैं तो कहा जाता है कि फिर से मैसेज का इंतजार करो, क्योंकि पिछले हफ्ते का मैसेज नहीं मान्य होता। शुक्रवार को केन्द्र पर जांच चलने के कारण खरीद करने से मना कर दिया गया जबकि करीब दो दर्जन ट्रालियां आयी थीं, हमसे कहा जाता है कि हम राजनीति कर रहे हैं, हम राजनीति नहीं करते बल्कि किसानों के हक के लिए लड़ रहे हैं।