

FIR Against Hemant Katare : 21 साल पुराने मामले में हेमंत कटारे पर EOW की एफआईआर!
भाई योगेश कटारे और भोपाल विकास प्राधिकरण के अफसरों के भी FIR में नाम!
Bhopal : मध्यप्रदेश विधानसभा के उपनेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे और उनके परिवार पर पर ईओडब्ल्यू ने 21 साल पुराने (2004) एक मामले में कार्रवाई की है। उनके साथ भाई योगेश कटारे और भोपाल विकास प्राधिकरण के अफसरों पर भी मामला दर्ज किया गया।
आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) ने अपनी एफआईआर में भोपाल विकास प्राधिकरण (बीडीए) के अफसरों और हेमंत कटारे पर इंटर स्टेट बस टर्मिनल (आईएसबीटी) के भूमि आवंटन, गलत तरीके से डायवर्जन करने का आरोप लगाया। बताया गया कि बिना टेंडर गलत तरीके से बीडीए के अफसरों ने हेमंत कटारे की कंपनी को प्लॉट आवंटित किया। उन्हें कमर्शियल इस्तेमाल की अनुमति देने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई। भूमि आवंटन से संबंधित शिकायत सीआर दत्ता ने की थी। जांच के बाद ईओडब्ल्यू ने मामला दर्ज किया।
EOW द्वारा आज मुझ पर और मेरे परिवार पर भ्रष्टाचार का प्रकरण दर्ज किया गया है। इसके लिए मैं मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद देना चाहता हूँ और यह सवाल भी करना चाहता हूँ— 2004 से लेकर आज तक आप क्या कर रहे थे?
यह कैसी राजनीति है, जिसमें जब हम विपक्ष में किसी पद पर होते हैं, तब हम… pic.twitter.com/ey8upCknUH
— Hemant Satyadev Katare (@HemantKatareMP) February 12, 2025
इस मामले में उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे कहा कि मेरे खिलाफ जो एफआईआर दर्ज की गई वो झूठी है। ईओडब्ल्यू ने सरकार के दबाव में केस दर्ज किया है। विपक्ष के नेताओं की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है। पहली बार जब मैं विधायक बना था, तब भी 6 एफआईआर हुई थी। अदालत ने सब खारिज कर दी। जिस मामले में एफआईआर की गई वो 2004 की है, जब मैं स्टूडेंट था।
हेमंत कटारे ने कहा कि मैंने सौरभ शर्मा मामले में भाजपा नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए, इसलिए यह एफआईआर दर्ज हुई। 70 साल की मेरी विधवा मां पर भी भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया। 21 साल बाद एफआईआर क्यों दर्ज की गई। लेकिन, मैं डरूंगा नहीं दोगुनी ताकत से भ्रष्टाचार के मामले उठाऊंगा।