FIR Against Tehsildar : फर्जी वसीयत से करोड़ों की जमीन पर कब्जे के मामले में तहसीलदार समेत 7 पर FIR दर्ज!

जानिए, क्या था जमीन हथियाने का पूरा षड्यंत्र!

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FIR Against Tehsildar : फर्जी वसीयत से करोड़ों की जमीन पर कब्जे के मामले में तहसीलदार समेत 7 पर FIR दर्ज!

Jabalpur : यहां की विजयनगर थाने की पुलिस ने फर्जी वसीयत बनाकर दूसरे की जमीन हड़पने के मामले में तहसीलदार, पटवारी सहित सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया। तहसीलदार को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है। खास बात यह कि 53 साल पुरानी फर्जी वसीयत बनाकर मृत पिता के नाम जमीन कर दी गई।

जानकारी के मुताबिक विजयनगर थाना के ग्राम रैगावं में स्थित एक हेक्टेयर जमीन जिसे कि अधारताल तहसील में पदस्थ कंप्यूटर ऑपरेटर ने फर्जी वसीयत बनाकर जमीन को अपने पिता के नाम करवा ली। इस फर्जीवाड़े में तहसीलदार हरिसिंह धुर्वे, पटवारी जगेन्द्र पिपरे भी शामिल थे। जबलपुर निवासी शिवचरण पांडे की शिकायत पर विजयनगर थाना पुलिस ने यह मामला दर्ज किया।

शिवचरण पांडे के पिता महावीर पांडे के नाम पर रैगंवा में एक हेक्टेयर जमीन थी। महावीर पांडे की मौत के बाद शिव चरण के नाम दस्तावेज में दर्ज हुआ। लेकिन, अगस्त 2023 को अचानक शिवचरण का नाम खसरे से हटा दिया गया, जिसके बाद शिवचरण ने प्रशासनिक अधिकारियों से अपनी शिकायत की।

यह पूरा मामला सामने तब आया जब आधारताल एसडीएम शिवाली सिंह ने अपनी जांच में पाया कि तहसीलदार धुर्वे ने 8 अगस्त 2023 को एक आदेश जारी कर शिवचरण पांडे की 1.01 हेक्टेयर जमीन को श्याम नारायण चौबे के नाम कर दी। यह जमीन पिछले 50 सालों से उनके नाम पर दर्ज थी। चौंकाने वाली बात यह है कि श्याम नारायण चौबे की बेटी दीपा दुबे, आधारताल तहसील कार्यालय में ही संविदा कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत है।

तहसीलदार और पटवारी का षड्यंत्र
दीपा दुबे ने एक फर्जी वसीयत तैयार की और फिर एक हेक्टेयर जमीन अपने पिता के नाम करवा ली। दीपा दुबे के पिता श्याम नारायण जबलपुर कलेक्ट्रेट कार्यालय में ड्राइवर के पद पर पदस्थ रहे। जून 2024 में श्याम नारायण की मौत के बाद दीपा दुबे ने एक हेक्टेयर जमीन अपने भाई रवि शंकर अजय और खुद के नाम दर्ज करवा ली।

जमीन का सौदा करोड़ों में किया
दीपा ने इसके बाद उस जमीन का सौदा किया और कर मेता निवासी हर्ष पटेल विजयनगर एकता निवासी अमिता पाठक को यह जमीन करोड़ों में बेच दी। शिवचरण पांडे की शिकायत पर यह पूरी जांच की गई जिसमें तहसीलदार पटवारी और कंप्यूटर ऑपरेटर सहित सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। विजयनगर थाना पुलिस ने तहसीलदार को गिरफ्तार कर लिया, जबकि अन्य की तलाश की जा रही है।