एफआईआर सिखाती सबक…भक्षक न बनें रक्षक… 

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एफआईआर सिखाती सबक…भक्षक न बनें रक्षक… 

कौशल किशोर चतुर्वेदी

मध्य प्रदेश में कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कड़ा संदेश दिया है। सख्त कार्रवाई ने साबित कर दिया है कि कानून का उल्लंघन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। कानून की नजर में अधिकारी-कर्मचारी और आमजन सभी समान हैं। और मध्यप्रदेश सरकार प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने और नागरिकों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। अमानत में खयानत मामले में सरकार का यह जलालत भरा संदेश कम से कम मध्य प्रदेश के अधिकारी-कर्मचारियों के लिए एक नजीर के रूप में हमेशा याद रखा जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि कानून का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। कानून की नजर में अधिकारी-कर्मचारी और आमजन सभी समान हैं और जो भी गलती करेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सिवनी लूट मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। सिवनी एसडीओपी पूजा पांडे सहित 11 पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। इनमें से 5 आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। इसमें एसडीओपी सिवनी पूजा पांडे, एसआई अर्पित भैरम, कॉन्सटेबल योगेंद्र, नीरज और जगदीश शामिल हैं। शायद इतनी जल्दी इतनी कड़ी कार्रवाई मध्य प्रदेश में पहली बार ही हुई है। और उम्मीद जगी है कि गलती करने वालों के खिलाफ कार्रवाई अब इतनी ही जल्दी होगी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखना, अपराध मुक्त वातावरण बनाना और नागरिकों की सुरक्षा पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों का मुख्य दायित्व है। अपने कर्तव्यों से हटकर कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को राज्य सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी। सिवनी प्रकरण में लिप्त पुलिस के सभी अधिकारियों-कर्मचारियों पर कायमी होने के साथ-साथ उनके विरुद्ध कार्रवाई भी की गई है। इसे कानून व्यवस्था के प्रति विशेष संवेदनशीलता के रूप में देखा जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भरोसा दिलाया है कि प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने और नागरिकों की सुरक्षा के मामले में वह कोई समझौता नहीं करेंगे। सिवनी हवाला मनी लूट मामले में दोषी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के विरूध एफआईआर दर्ज करने के संबंध में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों पर नागरिकों के हित और अधिकारों की सुरक्षा का दायित्व है, उनके द्वारा अमानत में खयानत निंदनीय और अक्षम्य है। जिन पर आम जन को लूट और अपराध से बचाने का दायित्व है यदि वे ही अपराध और लूट करने लगे तो अराजकता फैलेगी। इसीलिए सिवनी प्रकरण में दोषी पाए गए अधिकारियों-कर्मचारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जा रही है। ताकि सभी यह समझ लें कि प्रदेश में कानून सबके लिए बराबर है। यह भावना स्थापित करने के लिए यह कार्यवाही मिसाल बनेगी। मोहन का विजन क्लियर है कि बेहतर कार्य के लिए हम अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रोत्साहन देंगे लेकिन कोई गलती करेगा तो उसे दण्डित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सिवनी प्रकरण में जो भी दोषी पाए गए हैं, उनके खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई के साथ कानूनी कार्रवाई भी होगी। प्रदेश में कानून सबके लिए बराबर है। कानून का उल्लंघन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कोई भी हो। राज्य सरकार प्रदेश में सुशासन स्थापित करने सतत रूप से कार्य कर रही हैं, इस दिशा में किसी का हस्तक्षेप सहन नहीं होगा।

सिवनी मामले में आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 310(2) डकैती, 126(2) गलत तरीके से रोकना, 140(3) अपहरण और 61(2) आपराधिक षडयंत्र के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है। गिरफ्तार किये गये 5 अधिकारी एवं कर्मचारियों के अलावा जिनके विरूद्ध एफआईआर दर्ज की गई, उनमें प्रधान आरक्षक माखन, प्रधान आरक्षक राजेश जंघेला, प्रधान आरक्षक रविंद्र उईके, आरक्षक रितेश वर्मा, एसएएफ आरक्षक केदार और एसएएफ आरक्षक सुभाष सदाफल शामिल हैं।

तो यही उम्मीद की जा सकती है कि मध्य प्रदेश में अब 9 करोड़ आबादी के रक्षक अपनी रक्षक की भूमिका में रहकर प्रदेश की सेवा करते रहेंगे। 3 करोड़ की लूट में शामिल यह कथित आरोपी अब कानून के शिकंजे में हैं। इनके खिलाफ एफआईआर के जरिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव यह सख्त संदेश और सबक सिखा रहे हैं कि रक्षक कानून को ताक पर रखकर भक्षक बनने का दुस्साहस कभी ना करें अन्यथा ऐसी ही सख्त कार्रवाई का सामना करने के लिए सभी तैयार रहें…।

 

 

लेखक के बारे में –

कौशल किशोर चतुर्वेदी मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार हैं। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पिछले ढ़ाई दशक से सक्रिय हैं। पांच पुस्तकों व्यंग्य संग्रह “मोटे पतरे सबई तो बिकाऊ हैं”, पुस्तक “द बिगेस्ट अचीवर शिवराज”, ” सबका कमल” और काव्य संग्रह “जीवन राग” के लेखक हैं। वहीं काव्य संग्रह “अष्टछाप के अर्वाचीन कवि” में एक कवि के रूप में शामिल हैं। इन्होंने स्तंभकार के बतौर अपनी विशेष पहचान बनाई है।

वर्तमान में भोपाल और इंदौर से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्र “एलएन स्टार” में कार्यकारी संपादक हैं। इससे पहले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में एसीएन भारत न्यूज चैनल में स्टेट हेड, स्वराज एक्सप्रेस नेशनल न्यूज चैनल में मध्यप्रदेश‌ संवाददाता, ईटीवी मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ में संवाददाता रह चुके हैं। प्रिंट मीडिया में दैनिक समाचार पत्र राजस्थान पत्रिका में राजनैतिक एवं प्रशासनिक संवाददाता, भास्कर में प्रशासनिक संवाददाता, दैनिक जागरण में संवाददाता, लोकमत समाचार में इंदौर ब्यूरो चीफ दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। नई दुनिया, नवभारत, चौथा संसार सहित अन्य अखबारों के लिए स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर कार्य कर चुके हैं।