Fire Accident : जहां आग लगी, वो कॉलोनी अवैध, निर्माण की जांच होगी

फायर ब्रिगेड एक घंटा देर से पहुंची, इस वजह से आग बढ़ी

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Indore : शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात विजय नगर क्षेत्र की स्वर्ण बाग़ कॉलोनी के एक दो मंजिला मकान में भीषण आग लगने से 7 लोगों की मौत हो गई। 9 लोगों को बच गए, जिनमे से 5 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं। मृतकों में 6 पुरुष और एक महिला शामिल है। कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि स्वर्ण बाग कालोनी पूरी तरह से अवैध है। मकान मालिक पर पुलिस प्रशासन केस दर्ज करने की तैयारी कर रहा है। पुलिस किसी भी षड़यंत्र के साथ आग लगने के कारणों की बारीकी से जांच की जा रही है।

कलेक्टर मनीष सिंह ने एमवाय हॉस्पिटल जाकर घायलों को देखा। कलेक्टर ने की 7 लोगों के मौत की पुष्टि की है। कलेक्टर बोले कॉलोनी अवैध है। यहां हुए अवैध निर्माण की जांच होगी। घायलों को भी मिलेगा मुआवजा दिया जाएगा। घायलों से मिलने जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट भी अस्पताल पहुंचे।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इंदौर में हुए इस अग्निकांड पर दुःख व्यक्त करते हुए अग्निकांड की जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर हादसे में मृत लोगों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। बताया गया कि फायर ब्रिगेड एक घंटा बाद पहुंची। यह बिल्डिंग घनी आबादी में है। लोगों का कहना है कि पार्किंग ने आग में घी का काम किया। लोगों को भागने की जगह नहीं मिली तो कुछ लोग गैलरी से कूद गए। इससे इन्हें चोटें आई हैं और अस्पताल में भर्ती कराया गया। यदि सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड के वाहन मौके पर पहुंच जाते तो स्थिति को काबू में किया जा सकता था।

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दो मृतकों की पहचान नहीं

मृतकों के नाम ईश्वर सिंह सिसोदिया, नीतू सिसोदिया, आशीष, गौरव और आकांक्षा है, दो मृतकों के नाम का पता नहीं चल पाए हैं। घायलों के नाम फिरोज, मुनिरा, विशाल प्रजापति, अरशत और सोनाली पवार है, जिनका एमवाय अस्पताल में इलाज जारी है। बिल्डिंग में रहने वाले सभी किराएदार थे। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है। एफएसएल और बिजली कंपनी की टीम मौके पर जांच करने पहुंची और यहां से बिजली के मीटर का पैनल निकाला गया।

विजय नगर टीआई तहजीब काजी ने बताया कि घटना के वक्त बिल्डिंग में 15-16 लोग थे। बिल्डिंग के मालिक के आसपास चार मकान हैं, जो किराए से दिए हैं। लोगों का कहना है कि कहीं भी सुरक्षा के उपाय नहीं है। उसके खुद के मकान पर भी मोबाइल कंपनी का टावर लगा है।

घटनास्थल को सील कर दिया 

आग से सात लोगों की मौत की घटना के बाद बिल्डिंग को सील कर दिया गया है। फारेंसिक विभाग की टीम जांच के लिए सुबह ही मौके पर पहुंच गई थी। पुलिस जांच कर रही है कि आग लगने का कारण क्या था। हादसे की जानकारी मिलने के बाद पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्रा, विधायक महेंद्र हार्डिया मौके घटनास्थल पर पहुंचे। वहां पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। कलेक्टर मनीष सिंह और मंत्री तुलसी सिलावट भी एमवाय अस्पताल में घायलों के हालचाल जानने हॉस्पिटल पहुंचे।

तीन दिन पहले शिफ्ट हुए 

आसपास के लोगों के मुताबिक, रात को बिजली गुल हो गई थी। जब बिजली आई तो पार्किंग के मीटर में आग लग गई। इस आग से वहां खड़ी दो पहिला और चार पहिया वाहनों में आग लग गई। मृतकों में एक दम्पति शामिल है। ये लोग तीन दिन पहले ही यहां शिफ्ट हुए थे। इनका पडोस में ही मकान बन रहा था, इसलिए उन्होंने यहां मकान किराए से लिया था।

मेहमान भी मौजूद

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रात 3 बजे के करीब हमें शोर सुनाई दिया। बाहर देखा तो बिल्डिंग में आग लगी थी। कॉलोनी के लोग निकल आए और हमने बाल्टियों से आग बुझाने का प्रयास किया। इसके बाद फायर ब्रिगेड को सूचना की गई। लेकिन, फायर ब्रिगेड घंटाभर बाद पहुंची। रहवासियों का कहना है कि फायर ब्रिगेड को तीन-चार बार कॉल किए। इसके बावजूद फायर ब्रिगेड करीब एक घंटे बाद पहुंची। आसपास के रहवासियों ने कुछ लोगों को रस्सी के सहारे बिल्डिंग से नीचे उतारा। जबकि, फायर ब्रिगेडकर्मी का कहना है कि हमें रात 3 बजे सूचना मिली थी। सूचना के बाद तुरंत टीम रवाना हो गई थी। आग पर तुरंत काबू भी पा लिया गया।

मीटर पैनल में आग लगी

माना जा रहा है कि बिल्डिंग के पार्किंग में लगे मीटर पैनल में शार्ट सर्किट के कारण आग लगी थी। यह आग वाहनों में लग गई, जिससे इसने विकराल रूप ले लिया। अभी तक की जांच में पता चला है कि रात को बिजली गुल थी। जब बिजली आई तो MCB में आग लग गई। आग ने कुछ ही समय में विकराल रूप ले लिया। उन्होंने बताया कि बिल्डिंग में छात्रों के साथ ही परिवार भी रहते थे।