Fire in Hospital Due to Short Circuit : ‘सीएचएल’ अस्पताल में शार्ट सर्किट से आग लगी!

तत्काल काबू, ग्राउंड फ्लोर पर मरीजों और परिजनों की आवाजाही रोकना पड़ी

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Fire in Hospital Due to Short Circuit : ‘सीएचएल’ अस्पताल में शार्ट सर्किट से आग लगी!

Indore : एलआईजी चौराहा के नजदीक के सीएचएल अस्पताल में बुधवार रात करीब साढ़े 10 बजे आग लग गई। आग पहली मंजिल के एक हिस्से में लगी थी, जिस पर तत्काल काबू पा लिया गया। लेकिन, इस कारण अस्पताल में भगदड़ जैसे हालात बन गए। भर्ती मरीजों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया।

पहली मंजिल पर आग लगने से दूसरी मंजिल और ग्राउंड फ्लोर पर मरीजों और उनके परिजनों की आवाजाही रोकना पड़ी। फायर ब्रिगेड के दो वाहन मौके पर पहुंचे, लेकिन इससे पहले ही स्टाफ ने आग बुझा दी। अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक सभी मरीज ठीक। थोड़ी देर अफरा-तफरी जरूर हुई, क्योंकि मरीजों को उनके परिजन ढूंढ़ रहे कि उन्हें किस वार्ड में शिफ्ट किया है।

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आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया गया। एक मरीज को आईसीयू बेड पर शिफ्ट करने के दौरान वेंटिलेटर के स्विच में स्पार्क हुआ। इस वजह आईसीयू में धुआं भर गया और मरीजों को बाहर निकाल कर दूसरे वार्ड में शिफ्ट करना पड़ा। कई परिजन अपने मरीजों को ढूंढते रहे कि उन्हें कहां भेजा गया है।

एक परिजन को चोट आई

धुआं देखकर एक मरीज के परिजन वार्ड में पहुंचे। धुंआ देखकर उन्होंने खिड़की का कांच तोड़ने की कोशिश की, जिससे उनके हाथ में चोट आई। उनके चचेरे भाई का एक्सीडेंट हुआ था। दूसरी मंजिल पर उसका इलाज चल रहा है। अस्पताल देखने आए तो अचानक धुआं उठ रहा था और आग लगी थी। दौड़कर अंदर पहुंचे तो सिर्फ दो गार्ड थे। गार्डों के पास किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं थी। उनको इमरजेंसी लाइट तक नहीं मिल सकी। पूरे कमरे में धुआं भरा था। कुछ भी नहीं दिख रहा था। उन्होंने बताया कि हमने कांच तोड़ना शुरू कर दिया। इस वजह से हाथ में चोट आ गई।

दूसरी मंजिल, ग्राउंड फ्लोर वाले फंसे

आईसीयू से धुआं भरने से मरीजों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी थी। नर्स और डॉक्टरों की टीम ने भर्ती मरीजों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया। लेकिन, धुआं भरने से आसपास दिखना मुश्किल हो गया था, जो घबराहट का कारण था। आग पहली मंजिल पर लगी थी इस वजह से ग्राउंड फ्लोर और दूसरी मंजिल के मरीजों और परिजनों को रोका गया। आना-जाना प्रतिबंधित करना पड़ा, ताकि भगदड़ जैसे हालात न बनें। परेशान मरीजों को अस्पताल प्रबंधन और पुलिस ने समझाने की कोशिश की। थोड़ी देर बाद स्थिति संभल गई।