उज्जैन रेलवे स्टेशन पर खड़ी इंदौर-रतलाम पैसेंजर ट्रेन की बोगी में रविवार की रात अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग ने भीषण रूप ले लिया.आग पर काबू तो पा लिया गया, पर जिस बोगी में आग लगी थी, वह पूरी तरह जल गई। घटना कैसे हुई, इसके लिए रेलवे की तकनीकी टीम में भी जांच कर पता लगाएगी। फिलहाल ट्रेन के एक डिब्बे को छोड़कर शेष डिब्बे सुरक्षित है और ट्रेन खाली थी, इसलिए कोई जनहानि नहीं हुई।
उज्जैन रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 8 पर इंदौर-रतलाम पैसेंजर ट्रेन रविवार रात करीब 11.45 बजे खड़ी थी। ट्रेन की बोगी में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग ने भीषण रूप ले लिया, जिसके चलते स्टेशन पर हड़कंप मच गया। सौभाग्य से उस समय ट्रेन खाली थी। फायर ब्रिगेड ने 1 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन पूरी बोगी तब तक जल चुकी थी। जीआरपी थाने के सहायक उपनिरीक्षक केएस टंडन ने शॉर्ट सर्किट से आग लगने की संभावना जताई है।
इंदौर-रतलाम-बीना पैसेंजर ट्रेन नागदा स्टेशन से उज्जैन शाम 7.40 पर प्लेटफार्म नंबर 5 पर आई थी। ये इसका आखिरी स्टापेज था। ट्रेन से यात्रियों के उतरने के बाद रात 8.40 उसे प्लेटफार्म क्रमांक 8 पर खड़ा कर दिया गया था। यह गाड़ी सुबह उज्जैन स्टेशन से इंदौर के लिए 8 बजे होती है।
जीआरपी थाना प्रभारी आरएस महाजन ने बताया कि गनीमत रही हादसे के वक्त ट्रेन पूरी तरह खाली थी, ट्रेन के सभी डिब्बे को बंद थे, इसलिए संभावना कम है किसी ने शरारत की हो। संभवतः शॉर्ट सर्किट से ट्रेन में आग लगी है। सीसीटीवी व अन्य साक्ष्य के आधार पर जांच की जा रही है।
पूर्व में यह ट्रेन भोपाल के लिए चलती थी और कुछ समय पहले ही इंदौर रतलाम के रूप में इसे परिवर्तित किया गया था। ट्रेन के गार्ड वाले दो डिब्बों को छोड़कर तीसरे डिब्बे में धुआं और लपटें निकलते देख आरपीएफ जीआरपी और रेलवे कर्मचारियों की टीम मौके पर पहुंची और आग बुझाने के प्रयास शुरू किए गए। फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। फायर ब्रिगेड की 4 दमकल नीलगंगा के रास्ते प्लेटफार्म पर पहुंची और आग बुझाई। आग बुझाने में करीब 1 घंटे का समय लगा।