शराब कारोबारी अशोक अरोरा पर फायरिंग, जानलेवा हमले का मास्टर माइंड बाबू सिंधी पकड़ाया!

डॉन बनने का ख्वाब देखने वाला पंहुचा सलाखों के पीछे! रतलाम से बनवाया था बेटे के बिमार होने का फर्जी मेडिकल!

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शराब कारोबारी अशोक अरोरा पर फायरिंग, जानलेवा हमले का मास्टर माइंड बाबू सिंधी पकड़ाया!

Neemuch/Mandsour : 4 फरवरी की शाम शहर के शराब कारोबारी अशोक अरोरा गंगानगर पर विजय टॉकीज से लॉयन पार्क के बीच हुई फायरिंग व जानलेवा हमले का मास्टरमाइंड मंदसौर निवासी बाबू सिंधी उर्फ जयकुमार सबनानी गुरुवार को पुलिस की गिरफ्त में आ ही गया, नीमच पुलिस के मुताबिक उसे चीता खेड़ा के जंगल में पकड़ा, घेराबंदी के दौरान पहाड़ी से कूदने पर उसके पैर में चोट आई, मामला जमीन विवाद और वर्चस्व की लड़ाई से जुड़ा होने की जानकारी सामने आ रही हैं, डॉन बनने का ख्वाब रखने वाले बाबू सिंधी ने डर के चलते फरारी में 4 रातें स्कॉर्पियो व एक अन्य वाहन में गुजारी उसी में घूम रहा था और उसी में सो रहा था, उसके पास गुजर-बसर के लिए नगद राशि भी नहीं थी, केवल 5 हजार रुपए ही बचे थे, नीमच एसपी के मुताबिक बाबू ने जेल से पैरोल के लिए बेटे की बीमारी का जिक्र किया था लेकिन प्रारंभिक जानकारी में यह स्पष्ट हुआ कि उसके बेटे को कोई भी रोग नहीं था। उसे बीमारी बचपन से ही थी।

एसपी अमित कुमार तोलानी ने शराब कारोबारी अशोक अरोरा पर हुए हमले को लेकर बड़ा खुलासा किया हैं। उन्होंने कहा कि केंट थाने पर दर्ज अपराध क्रमांक 43/2024 मामले में फरार मुख्य आरोपी जयकुमार सबनानी उर्फ बाबू सिंधी की सूचना मिली थी कि बाबू सिंधी जीरन थाना अंतर्गत चीता खेड़ा के रास्ते राजस्थान प्रतापगढ़ की और जा रहा हैं। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी की तो पुलिस को देखकर बाबू सिंधी पहाड़ पर चढ़ने लगा। पहाड़ी से कूदने पर बाबू सिंधी को पैर में चोट भी लग गई। पुलिस ने बाबू सिंधी को गिरफ्तार किया और मेडिकल के लिए जिला अस्पताल लाए। 4 फरवरी को हुई फायरिंग की घटना के बाद पुलिस ने घटनास्थल से एक मोबाइल जब्त किया था। मोबाइल की कॉल डिटेल से पता चला था कि जो शूटर्स थे वे लगातार बाबू सिंधी के संपर्क में थे। शूटर्स तक मोबाइल सप्लाई करने वाले आरोपी का नाम अहमद हैं। अहमद को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया हैं और 5 दिन की रिमांड पर लिया हैं। अशोक अरोरा पर हुए हमले में 4 शूटर्स शामिल थे। जिसमें से 1 शूटर की मौत हो चुकी हैं। 1 को गिरफ्तार कर लिया गया हैं। बाकि बचे 2 शूटर्स की पुलिस ने पहचान कर ली हैं। इनके नाम अकरम और आशिक हैं। शूटर्स को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमें रवाना कर दी गई हैं। एसपी ने कहा कि पूछताछ में इस घटना से जुड़े और भी आरोपियों के नाम सामने आ सकते हैं।

*खुद को डॉन साबित करने की करवाया हमला!*
एसपी तोलानी ने बताया कि प्रथम दृष्टया हमले के कारण जमीन विवाद, वर्चस्व की लड़ाई, पुराने विवाद, खुद को डॉन साबित करना सामने आ रहे हैं। बाबू सिंधी से पूछताछ के बाद और भी जानकारी सामने आ सकती हैं। बाबू सिंधी ने हमले को लेकर कितनी सुपारी दी थी यह सब पूछताछ के बाद खुलासा होगा।

*बेटे की बीमारी का रतलाम से फर्जी मेडिकल बनवाया था!*
कुख्यात तस्कर व हमले का मास्टर माइंड बाबू सिंधी को 19 दिसंबर 2023 को हाईकोर्ट से एक महीने की पैरोल मिली थी। वह भोपाल सेंट्रल जेल में बंद था। इससे पहले वह भैरवगढ़ सेंट्रल जेल में था, जहां पर शार्प शूटर बाबू फकीर के साथ 1 बैरक में रहा। शार्प शूटर बाबू फकीर से जेल में दोस्ती बढाई और बाबू फकीर की कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी के जीजा ने पैरोल करवाई थी। बीते माह पैरोल की अवधि बढाने के लिए बाबू सिंधी ने हाईकोर्ट में आवेदन किया। इसमें उसके बेटे को बीमारी और उसके रिश्तेदार भाई की जयपुर में मृत्यु होना बताया था। रतलाम की मेडिकल रिपोर्ट लगाई गई थी। सूत्र बताते हैं कि फर्जी मेडिकल रिपोर्ट का बाबू सिंधी ने सहारा लिया था। सीबीएन ने भी इस बात का विरोध किया था। 17 जनवरी को हाईकोर्ट में फिर 1 माह की अवधि बढाने का आवेदन लगाया। हाईकोर्ट ने 19 फरवरी तक पैरोल की अवधि बढाई थी। बाबू सिंधी ने इसलिए पैरोल की अवधि बढाई कि वह शार्प शूटरों को सुपारी देकर शराब कारोबारी अशोक अरोरा की हत्या करवा सके। पुलिस हत्या की सुपारी देने वाले बाबू सिंधी से पूछताछ में जुटी हुई हैं, इस मामले में और कई खुलासे हो सकते हैं।

*बेटे का उपचार करने की बजाय हत्या की प्लानिंग में जुटा रहा!*
कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी का जेल से पैरोल पर आने का एक ही मकसद था कि वह शार्प शूटरों को सुपारी देकर अशोक अरोरा की हत्या करवा सके। उसके बेटे का बीमार होने का फर्जी मेडिकल रतलाम से बनवाया गया। बाबू सिंधी पैरोल के दौरान एक बार भी उसके बेटे का उपचार करवाने के लिए एक भी अस्पताल में नहीं गया, वहीं उसके रिश्तेदार भाई की मौत पर भी ज्यादा दिन वहां पर रुका।

विडियो : क्या कह रहें हैं एसपी!