फर्स्ट डे, फर्स्ट शो : विक्रम वेधा (बेताल), पैसा वसूल

993

फर्स्ट डे, फर्स्ट शो : विक्रम वेधा (बेताल), पैसा वसूल

डॉ प्रकाश हिन्दुस्तानी

विक्रम वेधा की सामग्री : ढिशुम ढिशुम धांय धांय सुरर्र ,सुर्र, झीं ईं ईं, पीं ईं, गाना, भड़ भड़, फट्ट फट्ट, सूं ऊँ ऊँ, भम भूम, तड़ तड़, फिर गाना, चोर, पुलिस, गैंगस्टर, एसएसपी, खूंखार क्रिमिनल, स्पेशल टास्क फ़ोर्स, भागम-भाग, नाचना, गाना, कूदना, फांदना, छलांगे मारना, फरार होना, पकड़ा जाना, आतंक फ़ैलाना, नेता, एमएलए, आईजी, भ्रष्ट पुलिसवाले, स्माल लोन बिग प्रॉफिट, एक जैसा अपराध एक जैसा दंड, पुलिसवाले का बेटा पुलिसवाला, क्रिमिनल का बेटा क्रिमिनल ! मर्डर यानी मर्डर और एनकाउंटर मतलब भी मर्डर! गुंडे की मर्यादा, पुलिसवाले का ईमान, इत्तेफ़ाक़ इत्तेफ़ाक़ और इत्तेफ़ाक़! और हाँ, इत्तेफ़ाक़ जैसी कोई चीज नहीं होती! अपराध के पीछे न्याय की मंशा और वर्दी पर अपराध का रंग!

images 19

विक्रम वेधा की सामग्री का मिश्रण : एनकाउंटर, फर्जी एनकाउंटर, वकील, मासूम बच्चे, तस्करी, गांजा, एके 47, पिस्तौल, चाकू, 16 मर्डर, 18 एनकाउंटर, सरेंडर, इंटेरोगेशन, थर्ड डिग्री, खून की बारिश, बादलों की बरसात, दारू की वर्षा, ईमानदार पुलिस वाले, बेईमान पुलिस वाले, पुलिस वालों की बीवियां, पुलिस वालों के बच्चे, अपराधी की फैमिली, शरीफों की एनकाउंटर में मौत, बदमाशों का एनकाउंटर से भागना, पति-पत्नी विवाद, पति पुलिस ऑफिसर, पत्नी क्रिमिनल लॉयर और मानव अधिकारों की पैरोकार!

फर्स्ट डे, फर्स्ट शो

विक्रम विधा की टॉपिंग्स : कानपुर की खूबसूरत गलियां, कानपुर के आकाशीय नजारे, कुलचा निहारी, कुलचा निहारी खाने का स्टाइल और सलीका, पति पत्नी के बीच मोहब्बत के गाने, रूठना-मनाना, अपराधी का दारू पीकर झूमना, नाचना, गाना, भागना, पकड़ना, ‘अल्कोहोलिया’ होना, धूम धड़ाका, मस्ती, कहानी, कहानी में कहानी, कहानी में कहानी में कहानी, कहानी में कहानी में कहानी में कहानी…. हाँ भाई, विक्रम वेधा असल में विक्रम बेताल की ही कहानी है।

विक्रम विधा में अनमोल वचन (डायलॉग) : -पैसा हमेशा से ओवररेटेड चीज है, आप उससे चीजें खरीद तो सकते हैं, ज़िन्दगी नहीं बदल सकते!-कोई भी बात या तो सही होती है या गलत, बीच की कोई चीज नहीं होती !-दो पुलिसवाले मारे जाएँ, इससे बेहतर है कि चार क्रिमिनल मारे जाएँ!-राम को राम बनाने में रावण का बड़ा हाथ था!-हर समस्या में उसका समाधान भी होता है!-समझदार वह है जो दूध के फटने पर रोता नहीं, उसका पनीर बनाकर दावत उड़ाता है।

विक्रम वेधा के ग्राहकों के कमेंट्स :

1. पैसा वसूल ‘पिच्चर’ है !

2. लगता ही नहीं कि यह तमिल फिल्म का रीमेक है!

3. ह्रितिक रोशन की एक्टिंग गजब है लेकिन सैफ अली खान भी उन्नीसे नहीं हैं। बाकी तो जो है, सो है; भारत माता की जय !

साँच कहै ता! पर्व संस्कृति का द्वंद्वात्मक बाजारवाद