First Voter Dies : आजाद देश के पहले वोटर का निधन, तीन दिन पहले भी वोट डाला!
Kinnaur (Haryana) आजाद भारत के पहले मतदाता श्याम सरन नेगी का शुक्रवार देर रात निधन हो गया। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर रहने वाले नेगी 106 साल के थे। उन्होंने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 2 नवंबर को आखिरी बार अपने घर से ही मतदान किया। वोट डालने के बाद श्याम सरन ने कहा था कि मतदान लोकतंत्र का महापर्व होता है, हम सभी को मताधिकार का प्रयोग अवश्य करना चाहिए।
1951 से 2021 तक मंडी संसदीय सीट के उपचुनाव में नेगी ने अपने गांव के मतदान केंद्र पर जाकर हमेशा मतदान किया। इस बार भी वे मतदान केंद्र पर वोट डालने के इच्छुक थे, लेकिन तबीयत खराब होने के चलते उन्होंने घर से मतदान किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देश के सबसे उम्रदराज मतदाता नेगी की तारीफ करते हुए कहा था कि इससे नई पीढ़ी के लोग मतदान के लिए प्रेरित होंगे। वहीं श्याम सरन नेगी के निधन पर पीएम मोदी ने दुख जताया। किन्नौर के डिप्टी कलेक्टर आबिद हुसैन का कहना है कि प्रशासन सबसे बुजुर्ग मतदाता के अंतिम संस्कार की व्यवस्था कर रहा है। उन्हें सम्मान पूर्वक विदा करने की पूरी तैयारी की जा रही है।
16 बार किया लोकसभा चुनाव में मतदान
जुलाई 1917 में जन्मे नेगी ने 1951 से लेकर अब तक 16 बार लोकसभा चुनाव में मतदान किया। इस विधानसभा चुनाव में उन्होंने 34वीं बार मतदान किया। वो 2014 से हिमाचल के चुनाव आइकन भी रहे। नेगी ने 1951 से हर चुनाव में मतदान किया। पेशे से शिक्षक रहे नेगी ने अपने जीवनकाल में कभी भी मतदान करने का अवसर नहीं छोड़ा।
नेगी के लिए बिछाया था रेड कार्पेट
जिला निर्वाचन अधिकारी आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि 2 नवंबर को मतदान के दिन नेगी को उनके घर के प्रांगण में बने डाक बूथ तक लाने के लिए रेड कार्पेट बिछाया था। मतदान के बाद उनके वोट को एक लिफाफे में बंद कर मतपेटी में डाल दिया गया। इसी के ही साथ श्याम सरन नेगी को टोपी और मफलर भेंट कर सम्मानित किया गया।