
Fish Protection : झाली तालाब की मछलियों की सुरक्षा और संरक्षण को लेकर सृष्टि समाज सेवा समिति ने डीएम, निगम कमिश्नर को लिखा पत्र लिखा!
Ratlam : शहर के कालिका माता क्षेत्र स्थित ऐतिहासिक धरोहर झाली तालाब जो जिले में धार्मिक और पर्यटन स्थल की श्रेणी में आता हैं। इसी परिसर में कालिका माता लोक का निर्माण भी होने जा रहा हैं। तालाब में मछलियों की संख्या प्रतिवर्ष प्रजनन होने से बढ़ जाती हैं जिससे वह आपस में ही टकराकर-टकराकर या लड़कर मर जाती हैं उसकी वजह हैं। तालाब का छोटा होना और तालाब के तल पर अधिक गाद (कीचड़) जमा होना, इसके साथ ही निगम द्वारा समय-समय पर तालाब की सफाई में लेतलाली। नतीजा यह रहता हैं कि ऑक्सीजन की कमी हो जाती हैं और वर्षभर में कई बार मछलियां ऑक्सीजन के अभाव में मर जाती हैं जिससे क्षेत्र और तालाब के पास बदबु और सड़ांध बढ़ जाती है।
सृष्टि संस्था के सदस्य महेंद्र नागर, सतीश टाक ने बताया कि बारिश होने पर सड़कों का पानी तालाब में आता हैं पानी के साथ-साथ कीचड़, मिट्टी, रेत अन्य सामग्री भी आती हैं जिससे गाद जमने से गहरीकरण कम हो रहा हैं। बारिश खत्म होने के बाद तालाब की नियमित सफाई होने पर स्वच्छता भी बनी रहेगी पानी भी शुद्ध रहेगा और मछलियों की सुरक्षा भी बढ़ेगी।

मछलियों के खाने के लिए भी कोई विशेष व्यवस्था नहीं है जो भी लोग कालिका माता दर्शन और घुमने की दृष्टि से आते हैं उनके द्वारा डाला गया खाना ही एक मात्र विकल्प हैं। मछलियों की अधिक संख्या और खाद्य पदार्थ की कमी भी मछलियों के भूख से मरने की वजह हैं। झाली तालाब की बड़ी मछलियों को हनुमान ताल अन्यत्र तालाबों और पास की नदियों में छोड़ा जाए तो उनका संरक्षण तो होगा ही वहीं तालाब का पानी भी स्वच्छ रहेगा। क्योंकि मछलियां पानी को दूषित करने वाले कीड़ों को खा जाती हैं। संस्था ने इस विषय को लेकर कलेक्टर और निगम आयुक्त को पत्र सौंपा और संज्ञान लेने हेतु निवेदन किया हैं!





