Fisheries Scam: मछली पालन विभाग में हुए सवा 2 करोड़ के फर्जीवाड़े में सहायक संचालक गिरफ्तार, भेजी गईं जेल

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Fisheries Scam: मछली पालन विभाग में हुए सवा 2 करोड़ के फर्जीवाड़े में सहायक संचालक गिरफ्तार, भेजी गईं जेल

राजनांदगांव। मछली पालन विभाग में सरकार की योजना के तहत फर्जी हितग्राही तैयार कर करोड़ों की खरीदी के मामले में निलंबित सहायक संचालक गीतांजलि गभिजए को गिरफ्तार कर लिया गया। FIR दर्ज होने के बाद से फरार चल रही महिला अधिकारी को कल बिलासपुर से गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
पूर्व में राजनांदगांव में पदस्थ रहीं सहायक संचालक गजभिए पर आरोप है कि उन्होंने सप्लायरों के साथ मिलकर सरकारी रकम का गबन किया है। उन्होंने हितग्राहियों की बजाए इस राशि को केज बेचने वाली 3 फर्मों के खाते में ट्रांसफर कर दिया था।

दरअसल इस घोटाले का पता तब चला जब संबंधित हितग्राहियों को केज का किराया जमा करने का नोटिस जारी किया गया। तहकीकात में पता चला कि ऐसा कई ग्रामीणों के साथ किया गया, और उन्हें इस बात की जानकारी ही नहीं थी। इसी मामले का द्वारा खुलासा किये जाने के बाद जांच हुई और लगभग सवा दो करोड़ की गड़बड़ी उजागर हुई। इस बीच मामले में दोषी सहायक संचालक गजभिये का इसी पद पर धमतरी तबादला कर दिया।

करोड़ों के इस घोटाले में जांच के बाद मछली पालन विभाग ने मामले में FIR दर्ज कराते हुए गेंद पुलिस के पाले में डाल दी और विभागीय तौर पर सहायक संचालक गजभिये के खिलाफ कोई भी कार्यवाही नहीं की। मगर जैसे ही इस मामले को लेकर विधानसभा के मानसून सत्र में एक सदस्य ने सवाल पूछा तब आनन-फानन में गीतांजली गजभिये के निलंबन की कार्यवाही की गई। बता दें कि यह कार्रवाई गजभिये के खिलाफ FIR दर्ज कराने के 15 दिनों बाद की गई, जबकि वह सब पहले हो जाना था।
बहरहाल मामले में सप्लायरों के खिलाफ कार्रवाई की बारी है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।