बाबा महाकाल के दर्शन हेतु सीहोर से उज्जैन पहुंच रहा भक्तों का सैलाब
उज्जैन से सुदर्शन सोनी की रिपोर्ट
उज्जैन। बाबा महाकाल की बात ही निराली है। तभी तो महाशिवरात्री के एक दिन पूर्व ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का उज्जैन पहुंचना प्रारंभ हो गया है। शुक्रवार दोपहर तक प्रशासन द्वारा बनाए गए महाकाल मंदिर के सभी नजदीकी पार्किंग स्थल अपनी पूर्णता प्राप्त कर चुके हैं, इनमें से कार्कराज पार्किंग, हरिफाटक ब्रिज के नीचे, मन्नत गार्डन पार्किंग, वाकणकर ब्रिज के मोड के समीप बने पार्किंग अपनी क्षमता से भरे नजर आ रहे है, श्रद्धालुओं की गाड़ियां अब नानाखेड़ा स्टेडियम में पार्क करवाई जा रही हैं। महामृत्युंजय द्वार के बाद स्थित शांति पैलेस चौराहे से ही चौपहिया वाहनों का प्रवेश वर्जित कर दिया गया है। नानाखेड़ा स्टेडियम से चिलचिलाती धूप में हजारों की संख्या में श्रद्धालु पैदल चल कर बाबा महाकाल के दर्शन हेतु पहुंचते देखे जा रहे हैं। अनुमान है कि सीहोर के कुबेरेश्वर धाम में चल रहे रुद्राक्ष महोत्सव में आए अधिकतम श्रद्धालुओं का उज्जैन पहुंचना शुरू हो गया है। यही नहीं उज्जैन के बाकी मार्गों से भी श्रद्धालुओं के उज्जैन शुक्रवार सुबह स्थिति यह बन गई कि महाकाल मंदिर जाने वाले सभी रास्ते जाम हो गए और इनमें कई वाहन फंसे हुए थे।
इधर प्रशासन द्वारा देवासगेट बस स्टैंड से बड़नगर-बदनावर-रतलाम की ओर जाने वाली बसों का रूट डायवर्ट करते हुए इन्हें फ्रीगंज ब्रिज से नानाखेड़ा भेजा जा रहा है। वहीं हरिफाटक ब्रिज से बसों सहित छोटे वाहनों का आवागमन भी बंद कर दिया है। प्रशासन का अनुमान था कि महाशिवरात्रि पर्व पर दस लाख श्रद्धालु आएंगे। इसे लेकर पिछले एक पखवाड़े से व्यवस्था बनाई जा रही थी, लेकिन एक दिन पहले ही लाखों श्रद्धालुओं के साथ सैंकड़ों वाहनों के आगमन से प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था चरमरा गई है और जगह जगह जाम लग रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा लगातार भ्रमण कर व्यवस्थाएं सुचारू करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी प्रकार रेलवे स्टेशन से भी लगातार श्रद्धालुओं के उज्जैन पहुंचने का क्रम जारी है कई ट्रेनें उज्जैन में खाली हो रही हैं।
कई स्कूलों में आज हुई जल्द छुट्टी
पुराने शहर के सैकड़ों बच्चे इंदौर रोड़ और देवासरोड़ स्थित प्रायवेट स्कूलों में पढ़ते हैं। पुराने शहर में लगातार बढ़ रही लोगों की भीड़ और यातायात व्यवस्था के मद्देनजर कई प्रायवेट स्कूल प्रबंधन ने बच्चों के परिजनों के मोबाइल पर मैसेज भेजकर जल्दी छुट्टी की सूचना दी। स्कूल प्रबंधन ने मैसेज में लिखा है कि शहर में यातायात का अत्यधिक दबाव होने के कारण जल्दी छुट्टी की जा रही है।