Flower Mandi : फूल मंडी में किसानों से जबरिया वसूली!
Indore : सबसे बड़ी फूल मंडी इंदौर में लगती है, यहां मालवा निमाड़ से लगाकर महाराष्ट्र तक के फूल उत्पादक किसान अपनी उपज बेचने आते हैं। लेकिन, मंडी के व्यापारियों की मनमानी के चलते न तो किसानों को उचित मूल्य मिलता है और ठीक से तौल किया जाता है। इससे किसान अपने आपको ठगा महसूस करते हैं।
व्यापारी की दुकान पर फूल बेचने पर 10 प्रतिशत कमीशन देना पड़ता है। जबकि, बचे हुए फूलों को भी कचरे में फेंककर जाना पड़ता है। क्योंकि, व्यापारी फूल वापस नहीं ले जाने देते। यहां हर तरीके से किसानों को लूटे जाने की शिकायत मिली है।
संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक रामस्वरुप मंत्री और बबलू जाधव ने बताया कि पूरे देश में कहीं भी 10 प्रतिशत कमीशन का कोई प्रावधान नहीं है। इंदौर की फूल मंडी में व्यापारी मनमाने तरीके से किसानों से 10 प्रतिशत कमीशन वसूल रहे हैंl मंडी अधिनियम में भी इस तरह के कमीशन की वसूली का कोई प्रावधान नहीं है। किसान संगठनों ने मंडी समिति को भी कई बार अवगत कराया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई! मंडी अधिनियम के अनुसार किसान जब अपनी उपज लेकर मंडी पहुंचता है, तो उसकी नीलामी में बिक्री होना चाहिए। लेकिन, फूल मंडी में ऐसा कुछ नहीं होता।
व्यापारी की दुकान पर किसान अपने माल का ढेर लगा देता है तथा वहां 2 किलो,5 किलो, 10 किलो के हिसाब से ग्राहक को फुल खुद बेच देता है। व्यापारी अपनी डायरी में उसकी एंट्री कर लेता है और जितना फूल बिकता है, उस पर 10 प्रतिशत कमीशन काटकर बाकी पैसा किसान को दे दिया जाता है। बचे हुए फूल शाम को कचरे में फेंककर जाना पड़ता है। किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि इस तरह यहाँ किसान का शोषण किया जा रहा हैl