Food Market Decoration : शहर का फूड बाजार प्रवासी भारतीयों के लिए सजा, अनूठे व्यंजनों से स्वागत!
Indore : तीन दिन के प्रवासी भारतीय सम्मेलन के लिए शहर का हर प्रमुख बाजार सज गया। सम्मेलन में भाग लेने विभिन्न देशों से प्रवासी भारतीय जुट रहे हैं। सभी अतिथि मालवा के व्यंजनों की परंपरा का आनंद भी ले रहे हैं। शहर के प्रसिद्ध सराफा एवं 56 दुकान पर प्रवासी भारतीयों के आगमन को लेकर अत्यंत ही उत्साहजनक वातावरण है।
दोनों जगह दुकानदारों ने अपनी दुकानें सजा रखी है, स्वागत में होर्डिंग्स लगाए गए। गत दिवस 7 जनवरी को भी यहां पर कई प्रवासी पहुँचे और इंदौर के दही बड़े, कचोरी, टिक्की, इंदौरी डोसा शिकंजी और जलेबी का आनंद लिया। गरमा गरम गरम गराडू भी लोगों की पसंद आ रहा है। खानपान के लिए प्रसिद्ध 56 दुकानों को ख़ास तौर पर सजाया गया। यहां के व्यापारी पलक पावडे बिछाकर प्रवासी भारतीयों का स्वागत करने में लगे हैं। 45 साल से फालूदा, मटका कुल्फी और कोल्ड कॉफी की दुकान चला रहे हैं राकेश हसीजा कहते हैं कि हमारे यहाँ की आइसक्रीम फालूदा और मटका कुल्फी बहुत ही प्रसिद्ध है। इसका अनूठा स्वाद प्रवासी भारतीयों के मुंह का स्वाद बढ़ाएगा।
इसी तरह इंदौरी नमकीन की दुकान चलाने वाले राकेश अग्रवाल भी प्रवासी भारतीयों के स्वागत के लिए कम मिर्च मसाले का नमकीन तैयार करके उनका इंतजार कर रहे हैं। उनके यहाँ बनने वाला इंदौरी दोसा आकर्षण का केंद्र है। यही नहीं चाट हाउस पर टिकिया, पाव भाजी, सिगड़ी दोसा और इसी तरह के चटपटे व्यंजन, गरमा गरम जलेबी, रबड़ी गुलाब जामुन मावा बाती, गाजर का हलवा और मूंग का हलवा भी विशेष रूप से प्रवासी भारतीयों के लिए तैयार किया गया है।
सराफा में स्वादिष्ट समोसे व कचोरी की दुकान, विजय चाट हाउस, शिकंजी की दुकान व जोशी के दही बड़े आदि दुकानों के संचालक भी खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं। बेसब्री से वे अपने अतिथियों का सत्कार करने के लिए इंतजार कर रहे हैं। राजवाड़ा भी सजा है। राजवाड़े की पीछे गारमेंट एसोसिएशन एवं सराफा एसोसिएशन की तरफ से भी स्वागत द्वार बनाए गए हैं। वे रोशनी करके भी प्रवासी भारतीयों को यह अहसास करवाना चाहते हैं कि भले ही वे हमसे दूर चले गए, लेकिन भारत के दिलों में उनके लिए जगह आज भी बनी हुई है।