पिछले 8 साल से पाकिस्तान को भारत के खिलाफ जीत का इंतजार

सुपर-4 में होगा 'सुपर चैलेंज'

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दुबई: एक हफ्ते के अदंर ही दो बार भारत और पाकिस्तान का मुकाबला देखने को मिल जाए इससे बढ़िया क्रिकेट प्रेमियों के लिए क्या ही हो सकता है। चार सितंबर को एक बार फिर यह दोनों चिर प्रतिद्वंद्वी आमने-सामने होंगे। मैदान भी वही, टीमें भी वही और भारतीय दर्शक चाहेंगे नतीजा भी वही हो जो पिछली बार था। पाकिस्तान ने हांगकांग को आखिरी ग्रुप मैच में 155 रन से मात दी। इस जीत के साथ पाकिस्तान सुपर 4 में जगह बनाने वाली अतिंम टीम बन गई है।

कौन किस पर भारी
भारत-पाकिस्तान के बीच अब तक एशिया कप में 15 मैच खेले गए हैं, जिनमें से भारत को 9 मैचों में जीत हासिल हुई और 5 मैचों में पाकिस्तान को जीत मिली। वही एक मैच बेनतीजा रहा है। इन आकंड़ो में हाल ही में हुआ भारत-पाक का मैच भी शामिल है। 28 अगस्त को हुए एशिया कप के इस मैच में भारत ने पाकिस्तान को पांच विकेट से धूल चटाई थी। इस जीत के नायक रहे ऑलरांउडर हार्दिक पांड्या, जिन्होंने गेंदबाजी में तीन विकेट झटके और बल्लेबाजी में मात्र 17 गेंदो में नाबाद 33 रन बनाए थे।

आठ साल से अजेय है भारत 
पाकिस्तान को पिछले आठ साल से भारत के खिलाफ एशिया कप में जीत नसीब नहीं हुई है। आखिरी बार पाकिस्तान ने टीम इंडिया को साल 2014 में हराया था। साल 2014 के एशिया कप के उस मैच में पाकिस्तान ने भारत को एक विकेट से मात दी थी। उसके बाद से भारत ने पाकिस्तान को खुश होने का मौका नहीं दिया है। 2014 के बाद से दोनों टीमों के बीच चार मुकाबले हुए हैं और चारों मैचों में भारत को एकतरफा जीत मिली है। एशिया कप 2018 में दोनों टीमों के बीच दो बार भिड़त हुई थी। पिछली बार भारत ने पहला मैच 9 विकेट से और दूसरा मैच 8 विकेट से जीता था। एशिया कप 2016 की बात करें तो पहली बार ये टूर्नामेंट  टी20 फॉर्मेट में खेला गया था। वहां भी भारत ने 5 विकेट से जीत अपने नाम की थी। यहां भी पहला मुकाबला भारत जीत चुका है और अब अगले मुकाबले को जीतकर अपने रिकॉर्ड को और मजबूत करना चाहेगा। वहीं पाकिस्तान जीत के इतंजार को खत्म करने के इरादे से मैदान पर उतरेगा।

जीत से आगाज करना चाहेगा भारत
भारत ने एशिया कप 2022 की शुरुआत पाकिस्तान को हराकर की थी। इसी तरह से भारत सुपर 4 की शुरुआत भी पाकिस्तान को शिकस्त देकर करना चाहेगा। ग्रुप ए में अपने दोनों मुकाबले जीतकर भारत ने पहले स्थान पर कब्जा किया था। दूसरी ओर पाकिस्तान को भारत से हार मिली लेकिन फिर उसने हांगकांग को करारी शिकस्त देकर ग्रप में दूसरा स्थान कब्जाया और सुपर 4 में अपनी जगह को पक्का किया।

भारत को यदि अपने चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के खिलाफ सुपर-4 में पिछले मैच की तरह जीत दर्ज करनी है तो उसके शीर्ष क्रम को अच्छा प्रदर्शन करना होगा। साथ ही टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों को भी अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभानी होगी। भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों का पॉवरप्ले में प्रदर्शन अगर समस्या है तो अनुभवहीन आवेश खान की डेथ ओवरों की गेंदबाजी भी टीम प्रबंधन के लिए चिंता का विषय है। ऐसे में भारत को गेंदबाजी आक्रमण में बदलाव करने की जरूरत नजर आती है, क्योंकि उसका सामना पाकिस्तान से है जिसने पिछले मैच में हांगकांग को 150 से अधिक रन से हराया।

रविंद्र जडेजा की खलेगी कमी!
भारत को रविंद्र जडेजा की कमी भी खलेगी जो चोटिल होने के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं। उनकी जगह अक्षर पटेल को टीम में शामिल किया गया है। पाकिस्तान के खिलाफ पिछले मैच में मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने दाहिने और बाएं हाथ के बल्लेबाज का संयोजन बनाने के लिए जडेजा को चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा था क्योंकि उस मैच में ऋषभ पंत को बाहर रखा गया था। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या कप्तान रोहित शर्मा और द्रविड़ रविवार को भी ऐसा दांव खेलते हैं। लेकिन यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि अगर शीर्ष छह बल्लेबाजों में बाएं हाथ के किसी बल्लेबाज को शामिल करना है तो केवल पंत ही उसके लिए उपयुक्त नजर आते हैं।

केएल राहुल पर होंगी निगाहें!
हांगकांग जैसी कमजोर टीम के खिलाफ भी भारतीय शीर्ष क्रम में धीमी बल्लेबाजी की और वह सूर्यकुमार यादव की बेहतरीन पारी थी जिससे टीम बड़ा स्कोर बनाने में सफल रही। भारतीय टॉप ऑर्डर के धीमे खेल का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है केएल राहुल ने 39 गेंदों पर 36 रन बनाए जो उनकी अब तक की सबसे धीमी पारी है। पाकिस्तान के खिलाफ वह गोल्डेन डक का शिकार हो गए थे। ऐसे में सवाल उठता है क्या भारत को अपने शीर्ष क्रम में आक्रामकता जोड़ने के लिए बदलाव करने की जरूरत होगी, क्योंकि यह स्पष्ट है कि राहुल, रोहित और कोहली का संयोजन नहीं चल पा रहा है। उन्हें एक और मौका मिल सकता है लेकिन उन्हें अपने रवैये में बदलाव करने की जरूरत होगी।

आवेश खान ने बढ़ाई चिंता
भारत के सामने एक और सवाल है कि क्या आवेश खान और अर्शदीप सिंह दोनों को अंतिम एकादश में जगह मिलेगी। आवेश खान अभी तक दोनों मुकाबलों में महंगे साबित हुए हैं। भारत के पास जब अक्षर पटेल के रूप में किफायती गेंदबाजी करने वाले खिलाड़ी का एक विकल्प मौजूद है तो फिर ऐसे में दीपक हुड्डा को बल्लेबाजी ऑलराउंडर या रविचंद्रन अश्विन को गेंदबाजी आलराउंडर के रूप में आजमाया जा सकता है। पाकिस्तान के शीर्ष क्रम के छह बल्लेबाजों में दो बाएं हाथ के बल्लेबाज फखर जमां और खुशदिल शाह हैं। ऐसे में भुवनेश्वर कुमार और हार्दिक के साथ एक ऑफ स्पिनर रखना अच्छा संयोजन हो सकता है।