
Forest Action: खैर लकड़ी की अवैध तस्करी पर वन अमले की बड़ी कार्रवाई, बोलेरो पिकअप जब्त, आरोपी गिरफ्तार
Jhabua: मध्य प्रदेश के पश्चिम सीमांत गुजरात और राजस्थान की सीमा से लगे जनजातीय बहुल झाबुआ जिले में वन विभाग की सतत गश्ती और मुखबिर सूचना तंत्र की सक्रियता ने खैर लकड़ी के अवैध परिवहन को एक बार फिर बेनकाब किया है।

15 नवंबर की रात जिले के पेटलावद वनपरिक्षेत्र अमले ने एक बोलेरो पिकअप वाहन से खैर प्रजाति की भारी मात्रा में गीली लकड़ी जब्त की और आरोपी चालक को गिरफ्तार किया। कार्रवाई में वाहन से लेकर लकड़ी तक पूरी वनोपज को कब्जे में लेकर आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
▪️कैसे मिली जानकारी, कैसे हुई कार्रवाई
▫️रात लगभग 9:40 बजे बीट गार्ड पेटलावद को मुखबिर से सूचना मिली कि क्षेत्र में खैर लकडी का अवैध परिवहन होने वाला है। बीट गार्ड ने तत्काल यह सूचना वनपरिक्षेत्र अधिकारी पेटलावद ओमप्रकाश बिरला को दी। इसके बाद उन्होंने तत्काल एक गश्ती और चेकिंग दल गठित कर उसे बीट कसारबर्डी क्षेत्र की ओर भेजा।
▫️दल ने रात में सतर्कता बढ़ाते हुए हनुमंतिया से मठमठ पक्का मार्ग पर नाका लगाकर चेकिंग शुरू की।
▪️रात 11:10 बजे पकड़ी गई बोलेरो पिकअप
▫️लगभग 11:10 बजे टीम ने देखा कि एक महेंद्रा बोलेरो पिकअप हनुमंतिया की दिशा से तेज गति में आ रही है। वन अमले ने दूर से टार्च की रोशनी दिखाकर वाहन को रुकवाया। पास जाकर वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर MP11G4954 देखा गया।
▫️तलाशी लेने पर वाहन में खैर प्रजाति की गीली लकडी भरी मिली। तुरंत चालक से परिवहन अनुज्ञापत्र या कोई अधिकृत दस्तावेज मांगे गए।
▪️नहीं मिले कोई दस्तावेज
▫️वाहन चालक ने अपना नाम दिनेश पिता राणजी भाभर निवासी मोर, तहसील पेटलावद, जिला झाबुआ बताया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसके पास खैर वनोपज के परिवहन से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं है। बिना अनुमति वनोपज परिवहन पाए जाने पर वाहन और लकडी दोनों को जब्त कर लिया गया।
▪️वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज
▫️मामले की गंभीरता को देखते हुए वनमंडलाधिकारी झाबुआ अमित वसंत निकम और उपवनमंडलाधिकारी एस एल यादव के मार्गदर्शन में पूरी कार्रवाई की गई।
वन अपराध प्रकरण 415/25 दिनांक 15/11/2025 को भारतीय वन अधिनियम 1927 और मध्यप्रदेश अभिवहन (वनोपज) नियम 2022 की धाराओं के तहत पंजीबद्ध किया गया।
आरोपी को वन परिक्षेत्र कार्यालय पेटलावद लाया गया है। वाहन को राजसात की कार्यवाही के लिए उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेज दी गई है।
▪️महत्वपूर्ण भूमिका
▫️इस कार्रवाई में वन अमले के प.स. पेटलावद दिनेश कुमार मालीवाड, बीट गार्ड राजेश डिंडोर, प्रेमसिंह चारेल, राकेश कुमार भाभर का विशेष योगदान रहा।
▫️वन विभाग के मुताबिक खैर लकडी की तस्करी का यह नेटवर्क इलाके में लगातार सक्रिय रहता है, ऐसे में विभाग की यह कार्रवाई बड़ी सफलता मानी जा रही है।





