
Ex DC Excise Arrested: 2003 के शराब ठेका घोटाले में आबकारी विभाग के पूर्व उपायुक्त विनोद रघुवंशी गिरफ्तार
भोपाल। आबकारी विभाग के पूर्व उपायुक्त विनोद रघुवंशी को भोपाल पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी 2003 के शराब ठेका घोटाले से जुड़े उस मामले में हुई है जिसमें अदालत ने उन्हें चार साल की सजा सुनाई थी। रघुवंशी सजा सुनाए जाने के बाद से फरार चल रहे थे और अब शाहपुरा पुलिस ने उन्हें उनके आवास से दबोच लिया।
*क्या है मामला*
वर्ष 2003 में शराब ठेका (Excise Contract) से जुड़ी अशोक ट्रेडर्स नामक फर्म की पार्टनरशिप डीड में हेराफेरी की गई थी।
आरोप है कि फर्म के हिस्सेदार अजय अरोड़ा को अवैध तरीके से बाहर कर दिया गया और सरकारी रिकॉर्ड में गड़बड़ी कर ठेका कुछ लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए बदला गया।
इस फर्जीवाड़े में तत्कालीन आबकारी विभाग के अधिकारी विनोद रघुवंशी की संलिप्तता सामने आई थी।
*न्यायालय का फैसला*
अगस्त 2023 में निचली अदालत ने रघुवंशी और ओ.पी. शर्मा को दोषी ठहराते हुए तीन साल की सजा सुनाई थी। इसके खिलाफ अपील दायर की गई, लेकिन 7 जुलाई 2025 को भोपाल जिला अदालत ने सजा बढ़ाकर चार साल कैद कर दी।
अदालत ने दस्तावेजों में हेराफेरी और साजिश रचने का अपराध साबित पाया।
*गिरफ्तारी की कार्रवाई*
जिला अदालत द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद रघुवंशी फरार हो गए थे।
अदालत ने उनकी गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किया था।
शुक्रवार को शाहपुरा थाना पुलिस ने उन्हें उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। अब उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा और जेल भेजा जाएगा।
*महत्व और असर*
यह मामला करीब 22 साल पुराना है, जिससे साबित होता है कि लंबे समय से अटके भ्रष्टाचार के मामलों में भी कार्रवाई हो सकती है।
आबकारी विभाग के भीतर पारदर्शिता और जवाबदेही को लेकर यह मामला एक बड़ा उदाहरण माना जा रहा है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि इस तरह की कार्रवाई से विभागीय भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।





