पूर्व राज्यपाल कप्तान सिंह बोले, पेट्रोल-डीजल की MRP तय करे सरकार

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पूर्व राज्यपाल की मांग, सामाजिक अवस्था के आधार पर हो आरक्षण

भोपाल: पूर्व राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने पेंशनर्स को पेंशन और महंगाई भत्ता की राशि समय पर नहीं दिए जाने के मामले में सरकार पर सवाल उठाने के बाद अब पेट्रोल और डीजल के दाम वृद्धि पर सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा है कि पेट्रोल और डीजल की एमआरपी फिक्स की जाए ताकि लोगों को इसकी अधिकतम कीमत का पता चल सके।

भाजपा के पूर्व प्रदेश संगठन महामंत्री और पूर्व राज्यपाल ने ट्वीट कर कहा कि पेट्रोल और डीजल को GST में लाओ या फिर इसकी MRP (मैक्सिमम रिटेल प्राइस) फिक्स करो ताकि उसके अनुसार कीमत बढ़ने पर उतना ही टैक्स कम होता जाए। सोलंकी ने कहा कि इसके पहले पेंशनर्स को समय पर पेंशन नहीं दिए जाने को लेकर कहा था कि पेंशनर्स की चिंता करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है।

सरकार द्वारा पेंशनर्स को महंगाई भत्ता और वार्षिक वेतन वृद्धि समेत अन्य लाभ सालों से नहीं दिए जा रहे हैं। इसके साथ ही सोलंकी पिछले दिनों किए गए एक अन्य ट्वीट में नारकोटिक्स एक्ट को लेकर यह भी कह चुके हैं कि नारकोटिक्स (एनडीपीएस) एक्ट में समय-समय पर बदलाव होते रहे हैं। आखिरी बदलाव मार्च 2014 में हुआ। अब भी यह कानून मच्छर को बन्दूक से मारने जैसा है। इसमें एनसीबी अधिकारियों को असीमित अधिकार दिए गए हैं। इसमें बदलाव की जरूरत है।