अदालत में रो पड़े पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर: बोले मेरी जान को खतरा 1999 के प्लाट प्रकरण में 14 दिन की न्यायिक हिरासत

1999 के प्लाट प्रकरण में 14 दिन की न्यायिक हिरासत

55

अदालत में रो पड़े पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर: बोले मेरी जान को खतरा

Deoria: वर्ष 1999 के औद्योगिक प्लाट आवंटन मामले में आरोपी बनाए गए पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को कड़ी सुरक्षा के बीच मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मंजू कुमारी की अदालत में पेश किया गया। पेशी के दौरान अदालत में एक भावनात्मक क्षण देखने को मिला जब ठाकुर अपनी बात रखते हुए रो पड़े और अदालत से कहा कि उन्हें अपनी जान को खतरा है तथा जेल में उन्हें नुकसान पहुंचाया जा सकता है। अदालत ने उन्हें शांत किया और प्रक्रिया के अनुसार अगली कार्यवाही की।

अदालत ने सबसे पहले औपचारिक सवाल किए। जब पूछा गया कि क्या उन्हें कानूनी सहायता की आवश्यकता है तो उन्होंने कहा कि वे स्वयं सक्षम हैं और अभी किसी अधिवक्ता की जरूरत नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि गिरफ्तारी का कारण उन्हें मौके पर स्पष्ट रूप से नहीं बताया गया। इस पर अदालत ने विवेचक से जानकारी मांगी। अदालत ने समूची स्थिति को शांतिपूर्वक सुना और 14 दिन की iन्यायिक हिरासत का आदेश दिया।

▪️अमिताभ ठाकुर ने सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई
▫️अमिताभ ठाकुर ने अदालत को बताया कि गिरफ्तारी के दौरान उन्हें कई बार अलग अलग गाड़ियों में ले जाया गया जिससे उन्हें संदेह हुआ कि उनके साथ किसी प्रकार की अनहोनी हो सकती है। उन्होंने कहा कि शाहजहांपुर रेलवे प्लेटफॉर्म से पुलिस ने उन्हें सुरक्षा देने के आधार पर गाड़ी में बैठाया और उनका चश्मा भी टूट गया। उन्होंने अदालत से निवेदन किया कि उन्हें कुछ समय दिया जाए ताकि वे अपनी पूरी बात लिखकर प्रस्तुत कर सकें।

IMG 20251212 WA0055

▪️1999 के औद्योगिक प्लाट का मामला
▫️शिकायतकर्ता संजय शर्मा ने वर्ष 2025 में उच्च अधिकारियों को पत्र भेजकर आरोप लगाया था कि वर्ष 1999 में देवरिया जिले के औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एक शासकीय प्लाट गलत पहचान और भ्रामक दस्तावेजों के आधार पर नूतन ठाकुर के नाम आवंटित कराया गया। आरोप है कि प्लाट आवंटन के अभिलेखों में नाम और पता बदलकर प्रस्तुत किए गए और बाद में इस प्लाट को भारी राशि में बेच दिया गया जबकि यह प्लाट विक्रय योग्य नहीं था। इसी शिकायत पर थाना कोतवाली देवरिया में अपराध दर्ज हुआ और शासन ने विवेचना एसआईटी लखनऊ को सौंप दी।

▪️गिरफ्तारी और पेशी के दौरान सुरक्षा व्यवस्था
▫️एसआईटी ने बुधवार को शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन से अमिताभ ठाकुर को हिरासत में लिया और कड़ी सुरक्षा में देवरिया लाया। गिरफ्तारी के बाद से ही उन्हें लेकर सुरक्षा बढ़ाई गई। देवरिया न्यायालय के आसपास पुलिस बल की भारी तैनाती की गई थी। अदालत कक्ष के बाहर वकीलों और लोगों की भीड़ लगी रही और पूरे परिसर में उच्च अधिकारियों की उपस्थिति के कारण माहौल अत्यंत सतर्क बना रहा।

▪️परिवार का पक्ष और व्यापक संदर्भ
▫️अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी नूतन ठाकुर का कहना है कि वे वर्षों से शासन और पुलिस तंत्र में अनियमितताओं के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं और इस कारण वे कई बार विवादों में रहे हैं। उनका कहना है कि यह मामला पुराना है और उन्हें प्रतिशोध की भावना के तहत निशाना बनाया जा रहा है। दूसरी ओर पुलिस और एसआईटी का कहना है कि कार्रवाई शिकायत और उपलब्ध अभिलेखों के आधार पर की गई है और मामले की गंभीरता को देखते हुए ही जांच को उच्च स्तर पर स्थानांतरित किया गया।

▪️कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ेगी
▫️एसआईटी अब पुराने दस्तावेजों, आवंटन अभिलेखों, बैंक रिकॉर्ड और विक्रय कागजात की विस्तृत पड़ताल कर रही है। आगे की सुनवाई में अदालत में दोनों पक्ष अपनी अपनी दलीलें प्रस्तुत करेंगे। इस प्रकरण के दो दशक पुराने होने और इसमें वरिष्ठ पूर्व IPS अधिकारी के शामिल होने के कारण पूरे प्रदेश में इस पर विशेष ध्यान बना हुआ है।