Fraud From Patanjali’s Fake Website: पतंजलि योगपीठ के नाम पर फर्जी वेबसाइट से लाखों की धोखाधड़ी!

पुलिस ने दो बदमाशों को पश्चिम बंगाल के 24 परगना से पकड़ा!

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Fraud From Patanjali’s Fake Website: पतंजलि योगपीठ के नाम पर फर्जी वेबसाइट से लाखों की धोखाधड़ी!

Bhopal : पतंजली योगपीठ ट्रस्ट हरिद्वार में इलाज के नाम पर 2,27,422/ रुपए की धोखाधड़ी करने वाले दो बदमाशों को सायबर क्राइम ने पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया। इन बदमाशों ने पंतजलि योगपीठ के लोगो (मोनो) का उपयोग करके फर्जी वेबसाइट बना ली थी। उसी के जरिए ये पंतजलि योगपीठ में इलाज के नाम पर पैसे मांगते थे। ये लोग अभी तक सेकडो लोगो से इलाज के नाम पर अपने खातों में पैसे डलवा चुके है। लोगो से पैसे लेने के लिए भी ये फर्जी बैक खातो का उपयोग करते रहे हैं।

घटना के अनुसार 16 मई को संजय कुमार पिपलानी ने सायबर क्राइम में शिकायती आवेदन दिया था कि मुझे अपनी माताजी के आयुर्वेदिक इलाज के लिए पतजंलि योगपीठ हरिद्वार जाना था। मैंने ऑनलाइन सर्च कर वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन किया। दिए मोबाइल नंबर पर संपर्क किया तो मोबाइल पर बात करने वाले व्यक्ति ने बोला कि इलाज एवं जांच का कुछ पैसा एडवांस में देना होगा। उसके बाद फरियादी के दिए 3 बैक खातों में 2,27,422/ रूपए ऑनलाइन जमा कर दिए। उसके बाद आरोपी ने और रूपयो की मांग की। तब फरियादी ने सायबर क्राइम में लिखित शिकायत आवेदन पत्र दिया गया।

शिकायत आवेदन में आए तथ्यों एवं प्राप्त तकनीकी जानकारी के आधार पर ऑनलाइन पंजीयन के लिए उपयोग की गई वेबसाइट, मोबाइल नंबर एवं बैंक खातों के उपयोगकर्तां के विरूद्व अपराध क्रमांक 51/2023 धारा 419, 420 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

ठगी की वारदात का तरीका
पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट से मिलती-जुलती वेबसाइट बनाकर उसमें संपर्क के लिए स्वयं के मोबाइल नंबरो को प्रदर्शित किया गया। जब लोग पंजीयन के बाद वेबसाइट पर दिए मोबाइल नंबरो पर संपर्क करते तो आरोपी के इलाज एवं जांच के नाम पर एडवांस पैसा जमा करवाने के नाम पर धोखाधडी करते। लोगो से धोेखाधाडीपूर्वक पैसा जमा करवाने के लिए फर्जी बैंक खातों एवं लोगो से संपर्क करने के लिए फर्जी दस्तावेजो पर लिए मोबाइल नंबरो का उपयोग किया जाता है।

पुलिस कार्यवाही में सफलता
सायबर क्राइम की टीम ने अपराध कायमी के बाद त्वरित कार्यवाही कर तकनीकी एनालिसिस से मिले साक्ष्यों के आधार पर पाया कि आरोपी से कोलकाता से काॅलिंग की गई। बैंक खातो से पटना एवं कोलकाता से एटीएम से पैसा निकाला गया। पुलिस टीम ने पटना में उनकी तलाश की। परन्तु आरोपियों ने बार-बार लोकेशन बदली। वे वास्तविक मोबाइल उपयोग नही कर रहे थे।
उसके बाद तकनीकी जानकारी के आधार पर पुलिस टीम ने उत्तर 24 परगना एवं कोलकाता में विभिन्न स्थानो पर लगातार 3 दिन तक आरापियों की तलाश की। उन्होंने भागने का प्रयास किया, पर पुलिस टीम ने तत्काल घेराबंदी करके पकड लिया।

गिरफ्तार आरोपियों की जानकारी
एक आरोपी आकाश कर्मकार माध्यमग्राम जिला उत्तर 24 परगना पं. बंगाल का निवासी है। उसका काम बैंक में फर्जी खाते खुलवाकर धोखाधडी में उनका उपलब्ध करना है। दूसरा आरोपी अंकित साव निवासी माध्यमग्राम जिला उत्तर 24 परगना पं. बंगाल है। वह बैंक खातो की व्यवस्था कर एवं पतंजलि के नाम पर खोले गए फर्जी कार्यालय का प्रबंधन करता था।