Fraud in Name of Job : कांस्टेबल और रेलवे TC बनाने के नाम पर दो लोगों ने 16 लाख ठगे!

नकली ट्रेनिंग दिलवाई और फर्जी नियुक्ति पत्र भी दिया!

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Fraud in Name of Job : कांस्टेबल और रेलवे TC बनाने के नाम पर दो लोगों ने 16 लाख ठगे!

 

Indore : शहर में रोजाना पुलिस द्वारा ठगी से बचने लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसके बावजूद लोग ठगी के शिकार हो रहे हैं। ऐसे ही एक मामला बेटमा थाने में दर्ज हुआ। यहां महिला और उसके साथी ने कांस्टेबल और रेलवे में टीसी बनाने के नाम पर युवक से 16 लाख रुपए ठग लिए।

बताया गया कि इस दौरान दो माह की ट्रेनिंग दिलाई। ट्रेनिंग के फर्जी आईडी कार्ड और नियुक्ति पत्र थमा दिया। जब युवक रेल विभाग में नियुक्ति पत्र लेकर पहुंचा तो उसे धोखाधड़ी की जानकारी मिली। बेटमा पुलिस को फरियादी अनिल ने बताया कि एक साल पहले पुलिस परीक्षा भर्ती के लिए फोन के माध्यम से उसका संपर्क सुमन कुशवाह नामक महिला से हुआ था। उसने कहा था कि पुलिस कांस्टेबल भर्ती में अगर चयनित होना चाहते हो तो पहले रुपए देने होंगे।

इसके लिए सुमन ने 5 लाख रुपए मांगे थे। मैंने 20 जनवरी 2022 को सुमन को घर बुलाकर 4 लाख रुपए दिए। पैसे देने के बाद फरियादी ने पुलिस कांस्टेबल परीक्षा दी, लेकिन वह कांस्टेबल की परीक्षा पास नहीं कर पाया। कुछ समय बाद फिर सुमन ने परीक्षा के बाद फोन लगाकर कहा कि पुलिस कांस्टेबल में आपका चयन नहीं हो पाएगा। मैं रेलवे में टीसी के पद पर तुम्हारी नौकरी लगवा दूंगी जो पैसे दिए हैं वह रेलवे में भर्ती कराने में उपयोग हो जाएंगे।

जिस समय सुमन ने रेलवे में टीसी का पद दिलाने की बात कही थी, उस समय उसके साथ कोई अभिजीत साहू नामक युवक भी था। दोनों ने मुझे बोला कि रेलवे में टीसी के पद पर करा देंगे, लेकिन उसके लिए तुम्हें 16 से 17 लाख रुपए देने पड़ेंगे। आरोपियों ने बोला कि टीसी का पद दिलाने से पहले हमें 30 प्रतिशत रुपए अभी देना होंगे। जब मैंने उनसे कहा कि चार लाख रुपए पहले से ही दे चुका हूं। इस पर अभिजीत ने कहा कि दिल्ली जाकर तुमको जॉइनिंग लेटर लेना है और फिर पूरा पेमेंट जमा करना होगा।

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आरोपी महिला गिरफ्तार

फरियादी ने बताया कि 19 मई 2022 को मुझे दिल्ली में अभिजीत मिला था। अभिजीत ने दिल्ली में रेलवे डी.आर.एम के आफिस में मुझे ट्रेनिंग आर्डर हरियाणा का दिया था। ट्रेनिंग लेटर मिलने के बाद मैंने शेष 12 लाख रुपए आरोपियों के खाते में जमा कर दिए थे। सुमन ने अनिल(फरियादी)को उत्तर रेलवे दिल्ली मंडल का आईडी कार्ड भी दिया था। कुछ दिनों बाद 17 जून को हरियाणा स्टेशन पर ज्वाइन किया, जहां आईडी कार्ड भी दिया, लेकिन दोनों ही फर्जी थे। इसके बाद आरोपियों से रुपए मांगने पर वे कुछ दिन तो टालते रहे और बाद में दोनों ने फोन बंद कर दिए। शिकायत के बाद शनिवार को पुलिस ने दिल्ली से सुमन को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अभिजीत की तलाश की जा रही है।