दस जिलों में महिलाओं को मुफ्त ड्राइविंग प्रशिक्षण और लाइसेंस देगा परिवहन विभाग

981
Driving-training

आत्मनिर्भर बनेंगी एमपी की महिलाएं

भोपाल:भोपाल, इंदौर,ग्वालियर,जबलपुर सहित प्रदेश के दस जिलों में परिवहन विभाग युवा बेरोजगार महिलाओं को वाहन चालन का नि:शुल्क प्रशिक्षण देगा और साथ ही उन्हें मुफ्त लाइसेंस बनाकर भी देगा। प्रशिक्षण और लाइसेस पाने के बाद महिलाएं आत्मनिर्भर हो सकेंगी और अपने परिवार का भरण-पोषण भी कर सकेंगी।
प्रदेश के दस बड़े जिलों में महिलाओं को नि:शुल्क वाहन चालन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। महिलाओं को ड्राइविंग प्रशिक्षण के लिए हर जिले में इसके लिए तीस से साठ स्थान रखे जाएंगे। चार महानगरों के अलावा सागर, रीवा, उज्जैन, झाबुआ, उमरिया और खंडवा जिलों में क्षेत्री परिवहन अधिकारी और जिला परिवहन अधिकारी के पास इस प्रशिक्षण को पाने के लिए इच्छुक महिलाओं को आवेदन करना पड़ेगा। परिवहन विभाग की वेबसाईट पर लॉगिन कर आवेदन पत्र डाउनलोड किया जा सकता है। इसे भरकर क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी और जिला परिवहन अधिकारी के कार्यालय में जमा कराना होगा। जो आवेदन आरटीओ के पास आएंगे उनमें से तीस से लेकर साठ सीटों के आधार पर जरुरतमंद और इस प्रशिक्षण का फायदा उठा सकने वाली योग्य महिला आवेदकों का चयन किया जाएगा। आर्थिक रुप से कमजोर और शिक्षित महिलाओं को इसमें प्राथमिकता दी जाएगी। आवेदकों का चयन करने के लिए हर जिले में एक चयन समिति भी बनाई जाएगी। इस चयन समितिमें कलेक्टर द्वारा नामांकित एक अधिकारी, महिला बा विकास विभाग के अधिकारी, आरटीओ और पुलिस अधीक्षक द्वारा नामांकित अधिकारी शामिल रहेंगे। यह चयन समिति योग्य उम्मीदवारों का चयन कर आरटीओ को देगी इसके बाद प्रशिक्षण की आगे तारीख तय कर तमाम व्यवस्थाएं की जाएंगी।
आवेदकों के चयन के बाद महिलाओं को प्रशिक्षण देने के लिए उस जिले के पॉलीटेक्निक और आईटीआई कॉलेज से संपर्क कर प्रशिक्षण का इंतजाम किय ाजाएगा। प्रशिक्षण के लिए बड़े ग्राऊंड देखे जाएंगे। प्रशिक्षण पंद्रह दिन से एक माह का होगा। प्रशिक्षण के लिए परिवहन विभाग के अधिकारी, पारंगत ड्राइवरों की मदद ली जाएगी। महिलाओं को वाहन चालन के साथ ही यातायात नियमों, वाहन चालन के नियम, प्रक्रियाओं की जानकारी भी दी जाएगी। इसके बाद उनका टेस्ट लेकर उन्हें एक प्रमाणपत्र भी जारी किया जाएगा। जो महिलाएं इस प्रशिक्षण के बाद ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करना चाहेंगी उन्हें बिना किसी टेस्ट दिए, बिना लाइन में लगे केवल आवेदन के आधार पर नि:शुल्क ड्राइविंग लाइसेंस बनाकर दिया जाएगा। भोपाल में 25 सितंबर तक महिलाओं से आवेदन बुलाए गए है। अलग-अलग शहरों में अलग-अलग समय पर प्रशिक्षण का आयोजन किया जाएगा। प्रशिक्षण और लाइसेंस पाने के बाद महिलाएं वाहन चालक के रुप में नौकरी पाकर आत्मनिर्भर बन सकेंगी।
प्रदेश के परिवहन आयुक्त मुकेश जैन के अनुसार प्रदेश के एक दर्जन जिलों में महिलाओं को महिलाओं को नि:शुल्क वाहन चालन का प्रशिक्षण और मुफ्त लाइसेंस देने की योजना शुरु की गई है कुछ स्थानों पर योजना
शुरु हो गई है और कुछ स्थानों पर होंने वाली है। इससे महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकेंगी।