‘Friendship’ of Two Girls : दो लड़कियों की ‘दोस्ती’ बनी पुलिस की भी मुसीबत!
Indore : अभी तक पुलिस लड़के और लड़की की ‘दोस्ती’ से ही परेशान होती थी, पर अब पुलिस के लिए लड़कियों की ‘दोस्ती’ भी मुसीबत बनने लगी। जबकि, ऐसे संबंधों का सिर्फ भावनात्मक लगाव होता है। इंदौर पुलिस को भी मंगलवार को ऐसे ही संकट से जूझना पड़ा, पर इसका कोई हल नहीं निकला। इस बेमेल ‘दोस्ती’ ने पुलिस को भी हैरान कर दिया। थाने में घंटों ड्रामा चला। आखिरी में दोनों लड़कियों ने पुलिस और घरवालों को साफ कहा कि वे रहेंगी तो दोनों साथ में ही। अंततः थाने से दोनों लड़कियों के परिजनों को खाली हाथ लौटाना पड़ा। दोनों बालिग हैं इसलिए पुलिस भी दबाव नहीं बना सकी।
यह पूरी घटना द्वारकापुरी इलाके की है। 30 साल की अन्नू की मां और भाई ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसे श्वेता नाम की लड़की ने जबरन अपने पास रखा है। अन्नू कोलकाता की बड़ी आईटी कंपनी में नौकरी करती थी, लेकिन श्वेता के कारण वो दो साल से इंदौर रह रही है। पुलिस ने मंगलवार शाम अन्नू और श्वेता को थाने बुलाया तो दोनों ने कहा कि दोनों अच्छी दोस्त है और एक-दूसरे को छोड़ना नहीं चाहती!
टीआई अलका मेनिया उपाध्ये ने समझाया तो उसने कहा कि वे बालिग हैं, कहां रहेगी, कहां नहीं, यह फैसला करने का अधिकार उनका है। इसके बाद पुलिस ने श्वेता की मां को बुलाया तो उसने भी दो टूक बात की और मां के साथ जाने से इंकार कर दिया। पुलिस ने देर रात दोनों लड़कियों को जाने दिया। इसके बाद उनके परिजन भी लौट गए।
नौकरी छोड़ी, खाते में जमा 17 लाख
बताया गया कि अन्नू एक बड़ी आईटी कंपनी में नौकरी करती थी। साल भर पहले श्वेता से फेसबुक के जरिए दोस्ती हुई। इसके बाद अन्नू इंदौर आ गई और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने लगी। श्वेता भी पढ़ाई कर रही है। करीब एक साल से दोनों का परिवारों से संपर्क भी टूट गया। अन्नू की मां ने पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्र को शिकायत की। मोबाइल नंबर के आधार पर पुलिस ने कॉल किया, लेकिन फोन बंद मिला। इसके बाद टीआई ने उसको मैसेज किया और थाने बुलाया।
मैसेज मिलने पर मंगलवार शाम अन्नू क्राइम ब्रांच डीसीपी निमिष अग्रवाल से मिलने आई। बाद में डीसीपी ने दोनों को थाने भेज दिया। परिजनों ने कहा कि अन्नू के खाते में 17 लाख रुपए हैं। वह नौकरी छोड़कर यहां रह रही है। उसने घर पर भी रुपए देना बंद कर दिए। अन्नू से पूछा तो उसने कहा कि यदि मैं घर गई तो माता-पिता शादी कर देंगे। वह शादी नहीं करना चाहती है। पढ़-लिखकर कुछ बनना चाहती है। उसने कहा कि श्वेता को पढ़ाने की जिम्मेदारी ली है। श्वेता की मां ने कहा कि वह भी उनसे एक साल से दूर थी। उसने तो यह तक नहीं बताया कि दोनों रहती कहां है।