DGP से लेकर आरक्षक तक को देना होंगे 80 लाख रुपए,सितम्बर महीने के वेतन में कटेगी यह राशि
भोपाल: मध्य प्रदेश पुलिस के मुखिया सुधीर कुमार सक्सेना से लेकर आरक्षक तक को अक्टूबर में 80 लाख रुपए देना होंगे। यह राशि अखिल भारतीय पुलिस स्पोर्टस बोर्ड को देना है। दरअसल पिछले वित्त वर्ष में मध्य प्रदेश की ओर से पूरी राशि नहीं दी गई थी, इसके चलते इस बार सितम्बर माह के वेतन में से यह राशि काटने के निर्देश पुलिस मुख्यालय से जारी किए गए हैं। यह राशि अक्टूबर माह में ही प्रदेश पुलिस को जमा करना है।
अखिल भारतीय पुलिस स्पोर्टस बोर्ड द्वारा आयोजित होने वाली खेल प्रतियोगिताओं के लिए हर साल हर प्रदेश की पुलिस को कारपस निधि देना होती है। मध्य प्रदेश को भी यह राशि देना होती है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में मध्य प्रदेश पुलिस की ओर से करीब बीस लाख रुपए दिए गए थे। जबकि इसी वित्तीय वर्ष में बोर्ड ने यह राशि ढाई गुना बढ़ा दी। इसके चलते अब लगभग तीस लाख रुपए की यह राशि प्रदेश पुलिस को अक्टूबर में जमा करना है। इसके लिए सितम्बर माह के सेवा के बदले में अक्टूबर में मिलने वाले वेतन में से डीजीपी से लेकर आरक्षक तक के वेतन से यह राशि काटी जाएगी।
इसके साथ ही वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए भी बोर्ड को कारपस निधि जमा करने के लिए वेतन में से कटौती की जाएगी। यानि अक्टूबर में डीजीपी से लेकर आरक्षक तक के वेतन में से 80 लाख रुपए की कटौती कर बोर्ड की कारपस निधि जमा की जाएगी।
इसलिए हो रही इतनी राशि
मध्य प्रदेश पुलिस में करीब एक लाख 4 हजार का बल है। इस निधि के लिए सभी के वेतन से हर साल 20 रुपए कटौती की जाती थी। लेकिन मई में बोर्ड से यह जानकारी प्रदेश पुलिस को भेजी गई कि यह राशि बढ़कर 50 रुपए प्रति वर्ष कर दी गई है। यानि वार्षिक अनुदान 20 रुपए से बढ़कर 50 रुपए कर दिया गया। अब पिछले वित्त वर्ष में मध्य प्रदेश पुलिस की तरफ से 20 रुपए वार्षिक अनुदान के अनुसार राशि निधि में जमा कर दी गई थी, लेकिन बढ़े हुए अनुदान की जानकारी मई महीने में आई, इसके चलते उस पर अब फैसला लिया गया। इसके साथ इस वित्तीय वर्ष का भी अनुदान सितम्बर माह के वेतन से कटा जाएगा। अगले महीने डीजीपी से लेकर आरक्षक तक के वेतन से 70 रुपए की कटौती कारपस निधि के लिए की जाएगी।