पहचान छुपाकर गरबा पंडाल में घुसे मुस्लिम युवकों के खिलाफ कार्रवाई!

अहमदाबाद में भी ऐसी ही घटना में एक युवक की पिटाई, 3 भाग गए

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Indore : गरबा आयोजनों में पहचान छुपाकर घुसने को लेकर बुधवार को इंदौर में हंगामा हुआ। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने 7 मुस्लिम युवकों को पकड़कर पुलिस के हवाले किया। दूसरी तरफ अहमदाबाद में भी ऐसी ही घटना हुई।
इंदौर में एक गरबा पंडाल में 7 मुस्लिम युवकों को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पकड़ा। बताया जा रहा है कि युवक अपनी धार्मिक पहचान छुपाकर पंडाल में घुसे थे। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का कहना है कि आरोपी लड़कियों का वीडियो बना रहे थे। शक होने पर जब पूछताछ की गई, तो पता चला कि वे मुस्लिम है, जिनकी गरबा पंडालों में एंट्री बैन है। बजरंगियों ने आरोपी युवकों को पुलिस को सौंप दिया। बताते हैं कि सराफा पुलिस ने केस दर्ज करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। गरबे के दौरान बुधवार रात को हंगामा हुआ। ये मुस्लिम युवक वीडियो बना रहे थे। बजरंग दल के कुछ कार्यकर्ताओं ने उन्हें रोका। उनके नाम पूछे और आईडी भी मांगी। वे झूठ बोलते रहे, गलत नाम बताते रहे। मामला पुलिस तक पहुंचा तो सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। पुलिस के मुताबिक सभी युवक मोतीतबेला और मल्हारगंज इलाके के रहने वाले हैं। युवकों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक धाराओं में केस दर्ज कर सभी को जेल भेज दिया। जबकि, पंढरीनाथ थाने के टीआई सतीश पटेल ने बताया कि गरबे के पहले दिन उन्हें भी एक पंडाल से शिकायत मिली थी, पर जांच में कोई गड़बड़ी नहीं मिली। ये युवक उत्सुकतावश रास्ते मे हो रहे गरबे देखने रुक गए थे।

जबकि, अहमदाबाद में कुछ युवकों को ऐसी ही हरकत की वजह से जमकर पीटा गया। इसका वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें जिसमें बजरंग दल के कार्यकर्ता युवकों को पीटते नजर आ रहे हैं। उनके कपड़े तक फाड़ दिए गए। अहमदाबाद के सिंधुभवन इलाके में एक पंडाल में बजरंग दल के कार्यकर्ता लोगों के पहचान पत्र जांच रहे थे। इस दौरान वहां कथित तौर पर पहुंचे 4 मुस्लिम युवकों को रोका गया। पहचान पत्र मांगे जाने पर तीन लड़के भाग गए। लेकिन, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने एक युवक को पकड़ लिया और उसे जमकर पीटा। इस मामले की पुलिस को शिकायत नहीं की गई है।
भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा है कि कोई भी गरबा पंडाल में जाते हैं, तो उनका पहचान पत्र देखा जाए। मुस्लिम समुदाय के लोगों को वहां न जाने दिया जाए। हम अपनी पूजा पद्धति को शुद्ध रखना चाहते हैं। किसी भी तरह मुस्लिम युवक वहां वर्जित होने चाहिए।