Gangor Festival: निमाड़ के प्रसिद्ध गणगौर पर्व पर तखत कार्यक्रम: हजारों की संख्या में शामिल हुए ग्रामीण
बड़वानी से सचिन राठौर की रिपोर्ट
बड़वानी-निमाड़ के प्रसिद्ध गणगौर पर्व पर आयोजित तखत कार्यक्रम में हजारों की संख्या में शामिल हुए ग्रामीण, सुबह से ज्वारों का पूजन कर माता रनु बाई को घर लाये लोग
बड़वानी: निमाड़ में गणगौर पर्व का अपना अलग ही महत्त्व है।
चैत्र नवरात्री में माता की बाड़ी स्थापित कर ज्वारों को बोया जाने के बाद आज तीज पर बाड़ी के पट खोल सुबह से लोग ज्वारों का पूजन अर्चन कर माता रनु बाई सहित धनियर राजा को घर लेकर आये। इन्हें दो दिन घर में रख पूजन अर्चन किया जाएगा। साथ ही 7 अप्रैल को गणगौर घाट पर विसर्जन कर दिया जाएगा।
माना जाता है माता रनु बाई मायके आती है जिन्हें लेने धनियर राजा भी आते हैं। लोग माता की पूजा अर्चना कर उन्हें बिदाई देते है।
गणगौर पर्व (Gangor Festival) जहाँ निमाड़ भर में धूमधाम से मनाया जाता है वही बड़वानी जिले के मंडवाड़ा में इसी दिन तखत का आयोजन भी किया जाता है जिसमें महिलाओं के भेष में युवा चलते ट्रेक्टर ट्राली पर स्टेज बनाकर नाच गाना करते है जिन्हें देखने ग्रामीण क्षेत्रों सहित दूर दूर से हजारों की संख्या में लोग मंडवाड़ा आते है। इस मौके पर अलग अलग ग्रामों से आई टीम अपनी प्रस्तुतिया देती है।
चैत्र नवरात्रि की गणगौर तीज पर हुआ दैवीय चमत्कार
कोरोना में दो वर्ष से जहाँ आयोजन नहीं हुए वहीं इस वर्ष हजारों की संख्या में लोग मंडवाड़ा पहुँचे जहाँ ग्राम तकियापुर, मोहीपुरा व पानिया से आई टीमों के द्वारा महिलाओं के भेष में क्षेत्रीय भाषा व फिल्मी गानों पर प्रस्तुतियों दी गई।
इस दौरान क्षेत्र के विधायक व पूर्व गृहमंत्री बाला बच्चन भी तखत पर बैठे नजर आए।
बता दें कि गणगौर पर्व (Gangor Festival) पर माता रनु बाई को एक दिन श्रद्धालु अपने घर ले जाते हैं जहाँ रात भर भजन कीर्तन किया जाता है। मान मन्नत वाले लोग दूसरे दिन भी माता को घर रोकते हैं जिन्हें तीसरे दिन गणगौर घाट पर विसर्जित किया जाता है।