Garba in Jail : सेंट्रल जेल में ढोल की थाप पर गरबों में झूम रहे कैदी

माताजी को परिसर में विराजित कर गरबा, डांडिया और आदिवासी नृत्यों का आयोजन 

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Garba in Jail : सेंट्रल जेल में ढोल की थाप पर गरबों में झूम रहे कैदी!

Indore : नवरात्रि में हर जगह पांडालों और परिसरों में माता की आराधना के लिए गरबों के आयोजन हो रहे हैं। ऐसे में इंदौर की सेंट्रल जेल में भी ढोल की थाप पर कैदी गरबे कर रहे हैं। जेल प्रबंधन ने इस बार नवरात्रि पर केंद्रीय जेल में भी कैदियों के लिए गरबों का विशेष आयोजन किया है। पुरुष और महिला कैदियों के लिए अलग-अलग गरबों की व्यवस्था की गई है।

9 दिन चलने वाले नवरात्रि पर्व पर इस बार जेल में बंद कैदी भी गरबे खेल रहे हैं और ढोल की थाप पर माता की आराधना में लीन है। जेल प्रबंधन ने इसके लिए खास इंतजाम किया है। केंद्रीय जेल अधीक्षक ने इस साल कैदियों के लिए भी पूरे 9 दिन तक गरबों का आयोजन किया, ताकि कैदी भी अपनी धार्मिक आस्था प्रकट करते हुए नवरात्रि उत्सव मना सकें।

जेल अधीक्षक अलका सोनकर ने बताया कि कैदी माता की आराधना करने जेल से बाहर तो नहीं जा सकते, लेकिन हम माताजी को तो अंदर ला ही सकते हैं। इसीलिए हमने माताजी को जेल परिसर में विराजित कर यह आयोजन किया है। यहां गरबा, डांडिया और आदिवासी नृत्यों का आयोजन किया जा रहा है। कैदियों की खुशी में शामिल होने न्यायाधीश भी आए और उन्होंने कहा कि हम सिर्फ न्याय ही नहीं करते, कैदियों के सुख-दुख में भी शामिल होते हैं।

जेल अधीक्षक ने बताया कि इस अनूठे प्रयोग करके कैदियों को भी मां की आराधना करने का मौका मिला। इस आयोजन के दौरान कई न्यायाधीश भी जेल में पहुंचे और उन्होंने कैदियों के जेल के अंदर का हालचाल जाना। गानों की थाप पर नाचते हुए कैदी भी खुश दिखाई दे रहे हैं। जो भी कैदी नवरात्रि में गरबा डांडिया करके कुछ घंटे माता की आराधना में व्यतीत करना चाहता है, वह कर सकता है।