Gautam Gambhir’s Community Kitchen : पैसे के लिए कॉमेंट्री करके 5 कम्युनिटी किचन चलाते हैं गौतम गंभीर!
New Delhi : पूर्वी दिल्ली से सांसद और भारतीय क्रिकेट टीम में लंबे समय तक सदस्य रहे गौतम गंभीर ने कहा है कि मुझे पार्ट टाइम एमपी बोलने वाले खुद गरीबों के लिए क्या करते हैं! मैं 5 कम्युनिटी किचन चलाता हूं, जहां हर दिन एक हजार लोग एक रुपए देकर भरपेट खाना खाते हैं। हर किचन पर 30 लाख रुपए महीने का खर्च आता है। इस हिसाब से प्रतिवर्ष 3.6 करोड़ रुपए मुझे कम्युनिटी किचन के लिए देने होते हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे 12 घंटे तक बैठकर कमेंट्री करने का कोई शौक नहीं है। 42 साल की उम्र में लीजेंड्स क्रिकेट लीग खेल रहा हूं, जिसके लिए घंटों प्रैक्टिस करनी पड़ती है। मुझे तो अब क्रिकेट में कहीं और मौका नहीं चाहिए। फिर भी खेल रहा हूं, ताकि कम्युनिटी किचन का खर्च निकाल सकूं। मेरे घर पर कोई पैसों का पेड़ नहीं है। मैं मेहनत करता हूं, ताकि गरीबों के पेट में अन्न का दाना जाए।
गौतम गंभीर की ‘जन रसोई’ और ‘जन लाइब्रेरी’ की अक्सर दिल्ली में चर्चा होती है। मौजूदा समय में दिल्ली में 5 जन रसोई और एक जन लाइब्रेरी चलाई जा रही है जहां आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को केवल 1 रुपए में खाना खाने को मिलता है। जन लाइब्रेरी के माध्यम से छात्रों को एक अच्छे माहौल में पढ़ने की भी सुविधा मिलती है।
जन रसोई की रखरखाव करने वाले कर्मचारियों ने कहा कि फिलहाल गीता कॉलोनी, विनोद नगर, गांधी नगर और अशोक नगर में यह संचालित है। यहां लोगों को दोपहर 12 से 3 बजे के बीच एक रुपये में भोजन मिलता है। साफ-सफाई के साथ-साथ लोगों को यहां पर पर्याप्त भोजन उपलब्ध कराया जाता है। पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में शुरू की गई ‘जन रसोई’ में रोज लगभग 3500 से अधिक लोग भोजन करते हैं। आने वाले समय में कुछ अन्य जगहों पर भी जन रसोई शुरू की जा सकती है।
कचरों के ढेर हटाकर शुरू की गई जन रसोई
जिन जगहों पर जन रसोई की शुरुआत की गई, वहां इससे पहले कूड़े का ढेर हुआ करता था। चिह्नित कर वहां साफ-सफाई करवाई गई गया और उसके बाद इन्ही स्थानों पर जन रसोई का निर्माण कराया गया। आने वाले समय में दिल्ली के कुछ अन्य ढलाव घर यानी कचरा फेंकने वाली जगह को चिह्नित कर वहां पर जन रसोई और जन लाइब्रेरी शुरू करने की भी योजना है।
इस मौके पर बंद होती है रसोई
निर्माण कार्य की वजह से पूर्वी दिल्ली लोकसभा में कुछ जन रसोई निर्धारित समय के लिए बंद भी रहते हैं। लेकिन, निर्माण कार्य पूरे होने के बाद उन्हें फिर से शुरू कर दिया जाता। प्रिया एन्क्लेव के एक जन लाइब्रेरी भी शुरू की गई है जिसमें रोजाना दर्जनों छात्र एक शांत और अच्छे माहौल में पढ़ाई करते हैं। जन लाइब्रेरी का समय सभी छात्रों के लिए सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक निर्धारित है।