Genius Vanya : सामान्य ज्ञान में वान्या की प्रतिभा बेजोड़, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज!
धार से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट
Dhar : शहर की नन्हीं जीनियस ने अपनी प्रतिभा के बूते देश में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की। 2 साल 2 माह की यह नन्हीं जीनियस किसी भी देश के राष्ट्रीय ध्वज को पहचान कर फर्राटे से उसका नाम बताने लगती है। इतना ही नहीं एनीमल, बर्ड, कलर, शैप और एक्शन वर्ड के अलावा 50 से अधिक देशों के नाम वान्या उपाध्याय फटाफट बता देती है। इस उम्र में यह उपलब्धि पाने वाली वान्या ने परिवार के साथ शहर का नाम भी राष्ट्रीय स्तर पर गौरवांवित किया है। वान्या की इस उपलब्धि पर शनिवार को पूरे परिवार ने जश्न मनाकर केक काटा और वान्या का सम्मान किया।
वान्या का जन्म 3 नवंबर 2020 को हुआ था। जिस उम्र में बच्चे ठीक से अपना नाम नहीं ले पाते है, उस उम्र में वान्या 50 से अधिक राष्ट्रीय ध्वज को पहचानकर उनका नाम ले लेती है। वान्या के पिता उत्कर्ष उपाध्याय प्राइवेट बैंक में सर्विस करते है। उत्कर्ष बताते है कि डेढ़ वर्ष की उम्र में वान्या के लिए प्रिंट किए गए कार्ड लेकर आए थे। इन कार्डों में हर तरह की कैटेगरी के कार्ड शामिल थे। इनमें 17 एनीमल, 10 कलर, 22 एक्शन वर्ड, 50 अलग-अलग देशों के राष्ट्रीय ध्वज और 9 शेप्स के कार्ड शामिल थे। इन्हें देखकर वह पहचानने की कोशिश करती और उनके नाम बताती है।
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज
दो वर्ष दो माह की उम्र में वान्या के माता-पिता ने उसकी इस प्रतिभा का वीडियो इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड से साझा किया। इन वीडियो की पुष्टि और प्रमाणिकता के लिए संस्था ने अपने स्तर पर प्रक्रिया शुरू की। जब वान्या संस्था के मापदंडों पर खरी उतरी तो उसे इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड के लिए चयनित कर ली गई और संस्था की और से वान्या को मेडल और सम्मान पत्र भेजा गया। साथ ही उसका नाम बुक में दर्ज किया गया।
परिवार में जश्न का माहौल
वान्या के माता-पिता भोपाल में प्राइवेट बैंक में सर्विस करते है। वान्या की इस उपलब्धि के बाद वान्या पहली बार शनिवार को धार पहुंची तो उसका पूरे परिवार और रिश्तेदारों ने स्वागत किया। घर पर जश्न का माहौल देखने को मिला। ढोल ताशों के साथ वान्या का स्वागत कर केक काटा गया। साथ ही सभी लोगों ने वान्या को गिफ्ट के साथ आशीर्वाद दिया।