बहनों का लाड़ पाना कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती…

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बहनों का लाड़ पाना कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती…

कौशल किशोर चतुर्वेदी

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने विदेश जाने से पहले सावन के महीने में लाडली बहनों के खाते में राशि अंतरित की है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश की 1.27 करोड़ लाड़ली बहनों को रक्षाबंधन के त्यौहार से पहले 1543 करोड़ राशि दी गई है। राखी से पहले बहनों को 250 रुपए का शगुन अलग से भेजा जाएगा। दीपावली के बाद भाईदूज भी अलग होगी, बहनों को हर माह 1500 रुपए प्रतिमाह सहायता राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बहनें अपने पैसों को सहेजना अच्छी तरह से जानती हैं। बहनों के हाथ में पैसा रहे, तो परिवार और बच्चों को बेहतर जीवन मिलता है। बहनों के जतन से ही घर में खुशियां आती हैं।मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश की सभी बहनें हमारा मान हैं, अभिमान हैं। इनके मान-सम्मान और कल्याण के लिए हम कोई कसर नहीं रखेंगे। दीपावली के बाद आने वाली भाईदूज तक राज्य सरकार सभी लाड़ली बहनों को 1250 रुपए से बढ़ाकर हर माह 1500 रूपए सहायता राशि देगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने राज्य सरकार का संकल्प दोहराते हुए कहा कि लाड़ली बहनों को दी जा रही यह सहायता राशि धीरे-धीरे बढ़ाकर 3000 रूपये प्रतिमाह कर दी जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 1.27 करोड़ लाड़ली बहनों को 1543.16 करोड़ रुपए अंतरित किए। और 30 लाख बहनों को उज्ज्वला योजना की सब्सिडी के रूप में 46.34 करोड़ रुपए मिले। बहनों ने सावन में मुख्यमंत्री डॉ. यादव को राखी बांधी और बड़ी राखी भी भेंट की। उज्जैन जिले की ग्राम पंचायत नलवा में यह राज्य-स्तरीय कार्यक्रम संपन्न हुआ। और 12 जुलाई 2025 को ही इस कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री विदेश यात्रा के लिए दिल्ली रवाना हो गए।

तो मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री भाई-मतदाता बहनों के बीच का यह लाड़ अगर किसी के लिए बड़ी चुनौती है तो वह है देश और मध्यप्रदेश में विपक्ष में बैठी कांग्रेस। और 2028 विधानसभा चुनाव के पहले जब मध्य प्रदेश की लाडली बहनों के खाते में 3000 रुपए प्रतिमाह जमा होने लगेंगे तब भाई-बहन के बीच का यह अटूट प्रेम बनकर कांग्रेस की राह में सबसे बड़ी बाधा बनकर तैयार रहेगा। 2023 विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस को सबसे बड़ी मात भाजपा सरकार की लाड़ली बहना योजना ने ही दी थी। और इसी तरह की योजना ने झारखंड में झामुमो-कांग्रेस गठबंधन सरकार की वापसी भी कराई थी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लाड़ली लक्ष्मी योजना, लाड़ली बहना योजना, प्रधानमंत्री मातृवंदन योजना एवं प्रधानमंत्री उज्जवला योजना में हितग्राहियों को मंच से हितलाभ भी वितरित किए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में देश में नारी सशक्तिकरण का अभियान जारी है। बहनों के कल्याण के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार सभी दायित्वों का बखूबी निर्वहन कर रही है। बहनों के मान-सम्मान और उनके सिंदूर की रक्षा करना और उन्हें आर्थिक रूप से समृद्ध बनाना सरकार की प्राथमिकता में है। हम देश की आधी आबादी को उनका पूरा हक दिलाने की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं। देश की सभी बहनों को पक्के घर की सौगात मिले, इसके लिए पीएम आवास योजना के तहत निर्मित 4 करोड़ से अधिक पक्के मकानों की रजिस्ट्री बहनों के नाम से ही की जा रही है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में बहनें मायके और ससुराल दोनों को धन्य करती हैं। बहनें देश का सौभाग्य हैं।

तो डबल इंजन सरकार यानि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार का माता-बहनों के प्रति यह प्रेम लोकतंत्र के रण में ब्रह्मास्त्र की तरह काम कर रहा है। हालांकि ब्रह्मास्त्र का असर भी अन्य परिस्थितियों के मुताबिक परिवर्तनशील है। लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा का 400 पार का सपना टूटना और राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष का पद मिलना, वहीं मध्य प्रदेश में 2018 विधानसभा चुनाव में 15 माह के लिए कांग्रेस की सरकार बनना इसकी बानगी हैं। पर भाजपा माता-बहनों का लाड़ पाने और विश्वास जीतने में बढ़त लिए है और इस बढ़त को बनाए रखने में भी कोई कसर नहीं छोड़ रही है। इसीलिए यह बहनें अभी भाजपा का सौभाग्य बनकर विजय की सौगात बनी हुई हैं। और इस आधी आबादी के बिना लोकतंत्र रूपी सागर में किसी की नैया पार नहीं हो सकती। और इसलिए फिलहाल कांग्रेस के लिए यह सबसे बड़ी चुनौती है… कि वह किस तरह रणनीति बनाए कि इस आधी आबादी का भरोसा जीतने में सफल हो

सके।