Indore : दो दिवसीय ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट का समापन हो गया। इस समिट में प्रदेश सरकार को 15 लाख 42 हजार 514 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिले है। इससे 29 लाख नए रोजगार के सृजित होने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपके निवेश की एक पाई भी जाया नहीं जाने देंगे।
ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट के समापन सत्र को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि समिट में 84 देशों के प्रतिनिधियों ने पार्टिसिपेट किया है। 447 इंटरनेशनल बिजनेस डेलीगेट्स, 401 इंटरनेशनल बॉयर्स शामिल हुए। 5 हजार से ज्यादा डेलीगेट्स आए। जी-20 के सभी देश आए।
शिवराज सिंह ने कहा कि मैं एमपी के सीईओ के रूप में आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपके निवेश की एक पाई भी जाया नहीं जाने देंगे। आपको हर वो सुविधा देंगे कि आप आगे भी निवेश के लिए तैयार रहेंगे। उन्होंने कहा कि संवाद, सहयोग, नीति के अनुसार सुविधाएं, स्वीकृतियां, सिंगल विंडो, समन्वय ये हमारी रणनीति है। इस पर अमल करते हुए एमपी को आगे बढ़ाने का काम करेंगे।
शिवराज सिंह ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि उद्योगपतियों को जमीन मिल गई तो उद्योग के लिए अनुमति नहीं लेना पड़ेगी। शुरुआत में किसी प्रकार का निरीक्षण-परीक्षण नहीं होगा। निवेशकों से हाथ नहीं दिल भी मिलाया है। सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि MP ऊंची उड़ान भरने के लिए टेक ऑफ कर रहा है। इंदौर में 10 हजार लोगों की क्षमता का एक और कन्वेशन सेंटर बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इंदौर अद्भुत है, इंदौर से एमपी में निवेश का नया दौरा प्रारंभ हो रहा है। अभी तो हम आंकड़े गिन रहे है। जाते-जाते भी लोग कह रहे हैं कि एमपी में निवेश करेंगे। निवेश की आइडियल डेस्टिनेशन मध्यप्रदेश है। हमने 18 साल में शून्य से शिखर तक का सफर तय किया है। बीमारू से हम अग्रणी राज्यों में शुमार हैं। संसाधन से संपन्न है। शांति का टापू है। अध्यात्म में अव्वल है। पर्यटन में बेजोड़ है। हमने अपनी कोर क्षमताओं को ही अपनी शक्ति बनाया।
अपने संबोधन उन्होंने यह भी कहा कि ये विदाई की वेला है। विदाई का मतलब परमानेंट विदाई नहीं है। जिसने इन्टेंट ऑफ इनवेस्ट दिया, उन्हें मैं छोड़ूंगा नहीं। हमने आपको प्रेम के बंधन में बांधा है। इंदौर में आयोजित 2 दिवसीय ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट 2023 में सरकार को करीब 15 लाख 42 हजार 514 करोड़ के निवेश-इंटेंट मिले है। इससे रोजगार के लगभग 29 लाख नए अवसर सृजित होने की उम्मीद है।
इससे पहले समिट के दूसरे दिन आखिरी सत्र में ‘तीन साल में भारत की इकोनॉमी को 5 ट्रिलियन में मप्र के योगदान’ विषय पर चर्चा की गई। सेशन में राज्य सरकार की ओर से बताया गया कि 2026-27 तक मप्र की इकोनॉमी 41 लाख करोड़ हो जाएगी। वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सीएम शिवराज सिंह को एमपी का शिल्पकार बताया। समापन सत्र को केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, वीरेन्द्र कुमार खटीक, फग्गन सिंह कुलस्ते समेत विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों और उद्योगपतियों ने भी संबोधित किया।