Glory of Women Cricketers : मध्यप्रदेश की महिला क्रिकेटरों ने ‘अंडर-23’ T-20 टूर्नामेंट जीता!

फ़ाइनल मैच में दिल्ली जैसी मजबूत को हराना आसान नहीं था, पर कारनामा कर दिखाया! 

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Glory of Women Cricketers : मध्यप्रदेश की महिला क्रिकेटरों ने ‘अंडर-23’ T-20 टूर्नामेंट जीता!

इंदौर से अनुराग तागड़े की रिपोर्ट 

Indore : मप्र की अंडर-23 वुमेन्स क्रिकेट टीम ने फाइनल मैच में दिल्ली की मजबूत टीम को शिकस्त दे दी। बीसीसीआई की राष्ट्रीय ट्रॉफी के लिए हुए इस मैच में दिल्ली जैसी मजबूत टीम को हराना आसान नहीं था जिसमें श्वेता सेहरावत जैसी इंडिया टीम प्लेयर थी। अन्य बड़े नामों से सजी दिल्ली की टीम की बैटिंग बॉलिंग फील्डिंग सभी मामलों में सर्वश्रेष्ठ थी। लेकिन, मप्र की टीम के पास भी जोश और जज्बे की कोई कमी नहीं थी।

सौम्या तिवारी की कप्तानी में टीम ने पूरा सफर शानदार तरीके से निभाया। मप्र क्रिकेट टीम के स्पिनरों से सभी खौफ खाते है। क्योंकि, टी-20 मैचों में वे लगातार डॉट बॉल डालकर कब मैच का रुख पलट दे पता ही नहीं। मप्र ने कर्नाटक जैसी मजबूत टीम को भी डेली कॉलेज के क्रिकेट मैदान पर हराया वही उत्तराखंड की टीम को भी सेमीफाइनल में हराया।

फाइनल मुकाबले में भी कम रन बनाने के बावजूद टीम मप्र के स्पिन गेंदबाजों ने कमाल कर दिया और लगातार विकेट लेते रहे और दबाव बनाते गए और अंतत: मप्र विजेता घोषित हुआ। यह जीत सही मायने में टीम की जीत थी। टीम की कोच श्वेता मिश्रा के मार्गदर्शन में टीम ने यह मुकाम हासिल किया। सौम्या तिवारी टीम की कप्तान थी वही अन्य सदस्य थे अनुष्का शर्मा, यामिनी बिल्लोरे, कनिष्का ठाकुर, आयुषी शुक्ला, कल्याणी जाधव, संस्कृति गुप्ता, अनादि तागड़े, क्रांति गौड, शुचि उपाध्याय, वैष्णवी शर्मा, धानी बुचाडे, मुस्कान बिस्वास, मुस्कान मिश्रा और सुहानी शर्मा।

 

इस जीत के बाद क्या

मप्र महिला क्रिकेट तीन साल से लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रही है। अंडर-19 टी 20 राष्ट्रीय स्पर्धा भी मप्र ने जीती और अब अंडर 23 स्पर्धा भी। सीनियर महिला भी क्वार्टर फाइनल तक पहुंच रही है। इससे यह साबित होता है कि मप्र की महिला क्रिकेटर सर्वश्रेष्ठ है। फिर क्या कारण है कि यहां की महिला क्रिकेटरों को राष्ट्रीय टीम में नहीं देख पाते। मप्र क्रिकेट एसोसिएशन अपने स्तर पर प्रयास कर ही रहा है। प्रदेश को भी अपनी बेटियों पर गर्व होना चाहिए और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए जो भी अपने स्तर पर हो पाए वह कार्य करना चाहिए।

 

और भी पूजा वस्त्रकार खोजने होंगे

एमपीसीए 15 वर्ष से कम उम्र की बालिकाओं का चयन कर उन्हें प्रशिक्षित करने का कार्य कर ही रहा है परंतु राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश की बच्चियां आगे आए इसके लिए समग्र प्रयास करने की जरूरत है। मप्र क्रिकेट एसोसिएशन में ज्योतिरादित्य सिंधिया का दबदबा है और वो चाहे तो राष्ट्रीय स्तर पर मप्र की महिला क्रिकेटरों को आगे लाने के लिए समग्र प्रयास की शुरुआत कर सकते है, जिससे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को उनका सपना पूरा करने का मौका मिले। मप्र ने पूर्व में कई महिला क्रिकेट खिलाड़ी दिए है परंतु वर्तमान में पूजा वस्त्रकार के अलावा कोई भी आगे नहीं आ पाया है। अंडर 19 और अंडर 23 की महिला क्रिकेटरों के शानदार प्रदर्शन के बाद राष्ट्रीय स्तर पर इस बात की चर्चा है कि मुख्य कोच चंद्रकांत पंडित और एमपीसीए की टीम ने लगातार इन खिलाड़ियों सकारात्मक तरीके से प्रोत्साहित किया जिसका परिणाम सभी के सामने है।