Gold Loan Fraud : सोने के नकली आभूषणों से लोन लेकर धोखाधड़ी, 3 पकड़ाए!

क्या थी इस शातिर गिरोह की चाल, कैसे करते थे धोखाधड़ी!  

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Gold Loan Fraud : सोने के नकली आभूषणों से लोन लेकर धोखाधड़ी, 3 पकड़ाए!

Indore : तिलक नगर पुलिस ने सोने के नकली आभूषण से गोल्ड लोन लेने वाला अंतर्राज्यीय गिरोह को पकड़ा है। ये आरोपी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और कोलकाता में सोने के नकली आभूषण तैयार करवाते थे। नकली आभूषणों पर सोने की परत चढ़ाकर उन्हें असली सोना बताकर स्थानीय लोगों की आईडी पर गोल्ड लोन लेकर धोखाधड़ी करते थे। इन आरोपियों ने मणप्पुरम फाइनेंस और देवास के आईसीआईसीआई बैंक में भी, इसी प्रकार की धोखाधड़ी करना किया है।

तिलक नगर पुलिस को सोने के नकली आभूषणों से गोल्ड लोन लेकर धोखाधड़ी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। थाने पर फरियादी सूरज सोलंकी पिता शिवनारायण सोलंकी ने 13 अक्टूबर को शिकायत की थी, कि उसके परिचित आरोपी राकेश मंडलोई ने उसे इस बात का झांसा दिया कि बंगाली चौराहा स्थित मुथूट गोल्ड लोन ब्रांच में उसका 2 लाख 80 हजार रुपए का सोना गिरवी रखा है। उसके पास पैसा नहीं होने के कारण वह अपना सोना नहीं छुड़ा पा रहा है। यदि सूरज चाहे तो 2 लाख रुपए देकर उसके साथ बैंक से सोने के आभूषण छुड़ाकर अपने उपयोग में ले सकता है।

राकेश की बातों के झांसे में आकर सूरज मुथूट की ब्रांच में राकेश के साथ जाकर 2 लाख रूपए चुकाकर सोने के आभूषणों को ले आया। जब वो सुनार के पास उन आभूषणों को बेचने पहुंचा तो उसे उनके नकली होने की जानकारी मिली। सुनार ने बताया कि ये सारे आभूषण चांदी के हैं। उन पर सोने की परत चढ़ी है। इसकी कीमत 10 हजार रुपए से ज्यादा नहीं है। इस शिकायत पर पुलिस ने आरोपी राकेश मंडलोई के विरूध्द अपराध धारा 420 भादवि का पंजीबद्ध किया।

 

कैसे बना धोखेबाजों का गिरोह

पुलिस ने राकेश मंडलोई को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि वह जिस मकान में रहता है, उसमें वाराणसी का आकाश गौतम भी पहले किराए से रहता था। दोनों की तब से जान-पहचान हुई। आकाश तथा उसके साथी अजय कुमार ने उसे सोने के आभूषण जिसमें 4 सोने की चूड़ियां और एक एक हार लाकर दिया था। उन्होंने राकेश की आईडी के जरिए 2 लाख का गोल्ड लोन लेकर राकेश को 10 हजार रूपए कमीशन के दिए थे।

तिलक नगर पुलिस ने कार्यवाही करते हुए अनुसंधान के दौरान आरोपी आकाश गौतम और उसके साथी अजय कुमार की तलाश कर उनको गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से भी सोने के नकली आभूषण 4 चूड़ी और एक हार की जब्ती की गई। पूछताछ में आकाश और अजय ने बताया कि वे सोने के नकली आभूषण कलकत्ता से तैयार करवाते थे। जिसमे चांदी या कांसे के आभूषणों के ऊपर सोने की परत चढ़ाई जाती।

इसके बाद सोने के नकली आभूषणों को स्थानीय लोगों की आईडी के जरिए गोल्ड लोन लेकर बैको से धोखाधड़ी करते थे। आरोपियों से पूछताछ में बताया कि उन्होंने मण्णपुरम फायनेन्स तुकोगंज एवं देवास के आईसीआईसीआई बैक से भी नकली सोना रखकर धोखाधड़ी की है। इसकी जानकारी निकली जा रही है। इस तरह की धोखाधड़ी कई अन्य बैंकों की गोल्ड लोन शाखाओं मे किए जाने की आशंका है। आरोपियों से पुलिस कर रही है।

 

कौन है ये धोखेबाजी करने वाले

गिरफ्तार आरोपियों में राकेश मंडलोई है जो चौहान नगर में रहता है, जिसकी पान की दुकान है। आकाश गौतम गायत्री नगर वाराणसी का रहने वाला है और वहीं प्रिंटिंग प्रेस चलाता है। इवेंट मैनेजमेंट का काम भी करता है और शहरों में दौरे करता रहता है। तीसरा आरोपी अजय कुमार है, जो वाराणसी की तेवर तहसील का निवासी है और प्राइवेट शिक्षक होने के साथ आकाश गौतम के इवेंट मैनेजमेंट में सहयोग करता है।