नयी दिल्ली ब्यूरो
भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1995 बैच के केरल कैडर के अधिकारी एम शिवशंकर की आने वाली पुस्तक के प्रकाशित कुछ अंश ने केरल सरकार की परेशानी बढ़ा दी है। उनकी किताब में सोना तस्करी के कुछ पहलुओं की बात कही गई है। चूंकि यह मामला अभी अदालत में है इसलिए सरकार सीधे कुछ भी कहने से बच रही है।
बताया जाता है कि फिलहाल मुख्यमंत्री से भी इस बारे बात की जाएगी क्योंकि गिरफ्तारी के समय शिव शंकर मुख्यमंत्री कार्यालय में तैनात थे। उन्होंने एक आरोपी स्वप्ना सुरेश की नियुक्ति को गैरकानूनी बताया और कई आरोप भी लगाए हैं। स्वप्ना भी शिव शंकर पर कई आरोप लगाए हैं। शिव शंकर वर्तमान में खेल तथा युवा मामलों के प्रधान सचिव हैं।
बताया जाता है कि शिव शंकर ने पुस्तक प्रकाशन के लिए राज्य सरकार से पूर्व अनुमति नहीं ली थी। सरकार इसी को आधार बनाकर कर उनसे कारण भी पूछ सकती है।