
नर्सिंग स्टॉफ की भारी कमी से जूझ रहे सरकारी अस्पताल,हमीदिया अस्पताल में 2000 स्वीकृत पदों में से करीब 650 पद खाली
भोपाल। राजधानी के दो प्रमुख सरकारी अस्पताल, हमीदिया अस्पताल और जयप्रकाश (जेपी) जिला अस्पताल, नर्सिंग स्टाफ की भारी कमी से जूझ रहे हैं, जिससे यहां आने वाले गरीब मरीजों को इलाज कराने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इन अस्पतालों में नर्सिंग कर्मियों की कमी के कारण चिकित्सा सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। हमीदिया अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ के लगभग 2000 स्वीकृत पदों में से करीब 650 पद खाली हैं। वहीं, जेपी अस्पताल में लगभग 175 से 200 नर्सिंग कर्मी ही कार्यरत हैं, जबकि आवश्यकता 300 कर्मियों की है। सेवानिवृत्त हो रहे कर्मचारियों की जगह नई भर्तियां न होने से रिक्त पदों की संया लगातार बढ़ती जा रही है।
0 मरीजों को लंबा इंतजार
नर्सिंग स्टाफ की कमी के कारण मरीजों की ठीक से देखभाल नहीं हो पा रही है। डॉक्टरों और अधिकारियों का कहना है कि दवा वितरण और रक्त परीक्षण जैसे आवश्यक चिकित्सा प्रक्रियाओं में देरी हो रही है, जिससे मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है और उनके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। मरीजों में अपने इलाज को लेकर असुरक्षा की भावना भी बढ़ रही है। नर्सों की कमी भी एक समस्या है।
0 69 प्रतिशत नर्सों की कमी
हाल ही में सामने आई रिपोर्ट्स भी प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में नर्सिंग स्टाफ की कमी की ओर इशारा करती हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, राज्य के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में 69 प्रतिशत तक नर्सों की कमी है।





