
Govt College Jobat: संविधान दिवस पर विद्यार्थियों ने ली राष्ट्रहित में योगदान की शपथ
प्रमोद जैन
JOBAT: भारतीय लोकतंत्र की नींव को मजबूत बनाने वाले संविधान दिवस के अवसर पर शासकीय महाविद्यालय जोबट में एक गरिमामय, अनुशासित और प्रेरक समारोह का आयोजन हुआ। भारतीय संविधान के महत्व, उसकी आत्मा में बसे आदर्शों और युवा पीढ़ी की भूमिका को केंद्र में रखकर आयोजित इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने राष्ट्रहित में योगदान, कर्तव्यों के पालन और संवैधानिक मूल्यों की रक्षा का संकल्प लिया।
▪️शुभारंभ
▫️समारोह की शुरुआत प्राचार्य डॉ जी एल चौहान ने मां सरस्वती की पूजा अर्चना और दीप प्रज्वलन के साथ की। दीपक की लौ के साथ सभागार में वह भाव जागृत हुआ जिसने संविधान को केवल एक दस्तावेज नहीं बल्कि राष्ट्र की आत्मा और संकल्प का प्रतीक बताया।
▪️संविधान लोकतंत्र की आत्मा
▫️कार्यक्रम में विचार व्यक्त करते हुए डॉ सिसोदिया ने कहा कि भारतीय संविधान दुनिया का सबसे व्यापक और प्रगतिशील संविधान है जो हर नागरिक को समान अधिकार और अवसर प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को यह समझना होगा कि अधिकार तभी सार्थक बनते हैं जब नागरिक अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करें।

▫️डॉ गुमान मुझाल्दा ने संविधान को स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों की परिणति बताते हुए कहा कि इसकी प्रस्तावना में निहित न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व जैसे आदर्श भारत को विश्व में अद्वितीय बनाते हैं। उन्होंने युवा पीढ़ी को लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में सक्रिय भागीदारी करने का आह्वान किया।
▫️डॉ पंकज कुमार मालवीया ने कहा कि 26 नवंबर 1949 केवल एक तारीख नहीं बल्कि वह क्षण है जब भारत ने स्वयं को लोकतंत्र के उच्चतम आदर्शों से जोड़ते हुए विश्व का सबसे बड़ा संविधान अपनाया था। उन्होंने कहा कि यह संविधान ही है जो विविधताओं से भरे भारत को एक सूत्र में पिरोकर आगे बढ़ने की दिशा देता है।

▪️संकल्प
▫️ संविधान पर उद्बोधन के बाद प्राचार्य डॉ चौहान ने विद्यार्थियों को संविधान की शपथ दिलाई जिसमें संविधान की सर्वोच्चता बनाए रखने, राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखने और कर्तव्यों के पालन की प्रतिबद्धता दोहराई गई। शपथ के दौरान पूरा सभागार राष्ट्रनिर्माण के संकल्प से गूंज उठा।
▪️संचालन-आभार
▫️कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रदीप डावर ने किया। अंत में डॉ राठी ने सभी अतिथियों, प्राध्यापकों और विद्यार्थियों के प्रति आभार व्यक्त किया। समारोह में महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।





