
धुंधलेश्वर महादेव मंदिर परिक्षेत्र में श्रीराम कथा का भव्य शुभारंभ, दो हजार से अधिक मातृशक्ति कलश व पोथी यात्रा में हुई सम्मिलित
मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट
मंदसौर । समीपस्थ ग्राम रेवास देवड़ा स्थित प्राचीन श्री धुंधलेश्वर महादेव मंदिर परिसर में श्री मानवता मिशन ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित नौ दिवसीय श्रीराम कथा का प्रथम दिवस श्रद्धा, भक्ति और उत्साह के साथ आरंभ हुआ।
कथा के शुभारंभ पर गांव रेवास में बैंड-बाजों और ढोल-नगाड़ों के साथ भव्य पोथी एवं कलश यात्रा आचार्य श्री रामानुजजी के सानिध्य में निकाली गई। जिसमें 2000 से अधिक महिलाओं ने सिर पर कलश धारण कर सहभागिता की। ग्रामीण क्षेत्रों से पहुंचे हजारों श्रद्धालुओं के साथ पौथी यात्रा में मन्दसौर के पूर्व विधायक यशपालसिंह सिसोदिया समेत आसपास के 51 गांवों के ग्रामीणजन सम्मिलित हुए। मालवा के प्रसिद्ध कथा प्रवक्ता पंडित दशरथ भाईजी प्रथम दिवस की कथा विश्रान्ति आरती में सम्मिलित हुए।
पोथी कलश यात्रा प्रातः बालाजी मंदिर, रेवास से प्रारंभ होकर दोपहर को कथा स्थल श्री धुंधलेश्वर महादेव मंदिर पहुंची। लगभग तीन घंटे तक चली इस यात्रा से पूरा क्षेत्र राममय हो गया। गांव में जगह-जगह पुष्पवर्षा कर पोथी पूजन एवं आचार्य श्री का भव्य स्वागत किया गया और श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की।

मंदिर परिसर में दीप प्रज्वलन के साथ श्रीराम कथा का विधिवत शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर क्षेत्र के प्रसिद्ध भागवताचार्य रामचंद्र शर्मा, कथा के प्रमुख सूत्रधार डॉ. शंभूसिंह कुशवाह, हरिकथा आयोजन समिति अध्यक्ष नरेंद्र अग्रवाल एवं कोषाध्यक्ष सत्यनारायण छापरवाल द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया।
प्रथम दिवस पर व्यास पीठ के प्रवचन में आचार्य रामानुजजी ने कहा कि देश-विदेश में अनेक स्थानों पर पोथी यात्राएं निकलती हैं, लेकिन जैसा प्रेम और सम्मान रेवास देवड़ा क्षेत्र में मिला है, वैसा अन्यत्र दुर्लभ है। उन्होंने कहा कि जब मन से व्यक्ति धर्म से जुड़ता है और राम से मिलने की सच्ची इच्छा करता है, तो प्रभु श्रीराम स्वयं भक्त से मिलने आते हैं। नौ दिवसीय रामकथा का श्रवण वही कर पाता है, जिनके भाग्य का उदय होता है।
उन्होंने कहा कि अयोध्या जाकर प्रभु श्रीराम के दर्शन करना पुण्यदायी है, लेकिन यदि कोई वहां नहीं जा सकता तो रामकथा का श्रवण करने से भी घर बैठे प्रभु के दर्शन का फल प्राप्त होता है। आचार्य श्री ने भगवान राम के आचरण को जीवन में अपनाने, सेवा-भाव विकसित करने और गोस्वामी तुलसीदासजी द्वारा बताए प्रेम व भक्ति के मार्ग पर चलने का संदेश दिया।

प्रथम दिवस की कथा के साथ ही पूरे क्षेत्र में भक्ति और रामनाम का विशेष वातावरण निर्मित हो गया। कथा 4 जनवरी तक प्रतिदिन ग्राम रेवास देवड़ा में स्थित धुँधलेश्वर महादेव प्रांगण में प्रातः 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक आयोजित होगी।
मानवता मिशन ट्रस्ट , हरिकथा आयोजन समिति एवं करुणा फाउंडेशन द्वारा सर्व समाज के लिए श्रीराम कथा शुभारम्भ हुआ । मुख्य जजमान शम्भु सिंह कुशवाह एवं समीपवर्ती ग्राम के युवाओं की टीम ने 21 वर्षों की साधना के बाद कथा आयोजित किया है ।





