Green Expressway: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे मध्यप्रदेश के तीन जिलों से गुजरेगा, निर्माण पूरा!
Indore : देश के सबसे बड़े दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के कई हिस्सों का काम पूरा हो गया। यह देश का पहला आठ लेन वाला ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे होगा। यह एक्सप्रेस-वे मध्यप्रदेश के तीन जिलों मंदसौर, झाबुआ और रतलाम से होकर गुजरेगा। यह हिस्सा करीब 240 किमी से अधिक का होगा। एमपी में इस एक्सप्रेस-वे का काम लगभग पूरा हो गया। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मध्यप्रदेश में बने एक्सप्रेस-वे की कुछ तस्वीरें शेयर की।
इस एक्सप्रेस-वे के शुरु होने से मुंबई और दिल्ली की दूरी कम हो जाएगी। यह एक्सप्रेस-वे केंद्र सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है। देश के कई राज्यों से होकर यह एक्सप्रेस-वे गुजर रहा है। जिन राज्यों में इसका निर्माण कार्य चल रहा है, वहां आर्थिक प्रगति भी आ रही है। मध्यप्रदेश में मंदसौर, झाबुआ और रतलाम से होकर यह एक्सप्रेस-वे गुजर रहा है। इस एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 1389 किमी है।
मध्यप्रदेश में मंदसौर से इसका सबसे ज्यादा हिस्सा गुजर रहा है। मंदसौर में 102.8 किमी, रतलाम में 91.1 किमी और झाबुआ में 50.5 किमी है, इस तरह 244 किमी मध्यप्रदेश से गुजरेगा। कुछ ही दिनों बाद आठ लेन एक्सप्रेस-वे गाड़ियां रफ्तार से भागती नजर आएंगी। मध्यप्रदेश के बाद इसका प्रवेश राजस्थान में होगा।
गुजरात से मध्यप्रदेश आएगा
इस ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे पर कई आधुनिक सुविधाएं हैं। वाहन चालकों की सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा गया है। मध्यप्रदेश में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का प्रवेश वडोदरा से मध्यप्रदेश के मेघनगर से लगी अनास नदी से हो रही है। यह एक्सप्रेस-वे थांदला, सैलाना, खेजड़िया, शामगढ़, गरोठ, भवानीमंडी और कोटा होकर दिल्ली पहुंचेगा।
23 मार्च 2023 है डेडलाइन
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर कुल एक लाख करोड़ रुपए खर्च होने हैं। इसके निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए 31 मार्च 2023 की डेडलाइन तय की गई है। एक्सप्रेस-वे बन जाने के बाद दिल्ली से मुंबई की दूरी 12-13 घंटे के अंदर कर सकते हैं। इसके साथ ही दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से दूसरे जिलों को कनेक्ट करने के लिए इंटरसेक्शन बन रहा है। साथ की कई जगहों पर रेस्ट और सर्विस एरिया का निर्माण किया गया है। इन जगहों पर रुककर लोग फ्रेश हो सकते हैं। साथ ही आराम कर सकते हैं।