भोपाल. प्रदेश की शासकीय रेल पुलिस (जीआरपी) के हेल्प ऐप का अब अधिकांश यात्री उपयोग करने लगे हैं। पिछले साल इस ऐप के जरिए 34 हजार यात्रियों ने मदद की गुहार लगाई। इनमें से 353 की शिकायतों पर चलती ट्रेन में ही एफआईआर दर्ज हुई।
आईजी रेल महेंद्र सिंह सिकरवार ने बताया कि पिछले साल जनवरी से लेकर दिसंबर तक इस ऐप को 33 हजार 816 लोगों ने डाउनलोड किया। इसमें से 33 हजार 670 यात्रियों ने एफआईआर और आपातकालीन एसओएस व्यवस्था के लिए मदद मांगी। इसमें से चलती ट्रेन में यात्रियों को मदद पहुंचाई गई। इनमें से 353 एफआईआर भी दर्ज की गई। औसतन हर दिन एक एफआईआर इसके माध्यम से दर्ज की गई। यह इस ऐप को लेकर जीआरपी की बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
65 हजार महिलाओं से किया संवाद
पिछले साल महिलाओं की मदद को लेकर भी जीआरपी सक्रिय रहा। अकेले यात्रा करने वाली महिलाओं की सुरक्षा और सुगम यात्रा को लेकर हर ट्रेन के रिजर्वेशन चार्ट को देखा गया, उसमें जो महिलाएं अकेली यात्रा कर रही थी, उनसे जीआरपी ने संपर्क किया। पिछले साल ऐसी 66 हजार 404 महिलाओं से संपर्क और संवाद किया गया। इसी तरह सात हजार सीनियर सिटीजन से भी चलती ट्रेन में संपर्क किया गया।
7 हजार प्रकरण हुए दर्ज
जीआरपी के प्रदेश भर के थानों में पिछले साल 6 हजार 999 मामले दर्ज हुए। इन प्रकरणों में पांच करोड़ 41 लाख 12 हजार 169 रुपए की संपत्ति की बरादगी की गई। इसी तरह चोरों की गैंग से साल भर में 1 हजार 922 मोबाइल फोन जब्त किए गए। जिसमें से 1 हजार 127 मोबाइल फरियादियों के सुपुर्द भी किए गए।