प्रदेश में 30 मार्च को गुड़ी पड़वा सृष्टि आरम्भ दिवस के रूप में मनाया जायेगा- मुख्यमंत्री डॉ. यादव

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प्रदेश में 30 मार्च को गुड़ी पड़वा सृष्टि आरम्भ दिवस के रूप में मनाया जायेगा- मुख्यमंत्री डॉ. यादव

कालीदास सम्मान समारोह में पुरस्कार की राशि में वृद्धि करने के निर्देश

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में होने वाले विक्रमोत्सव-2025 और अखिल भारतीय कालिदास समारोह को भव्य रूप में आयोजित किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुड़ी पड़वा पर्व 30 मार्च को उज्जैन के साथ पूरे प्रदेश में विक्रम पर्व सृष्टि आरम्भ दिवस के रूप में मनाया जायेगा। उन्होंने कालिदास सम्मान समारोह के दौरान दिए जाने वाले पुरस्कारों की राशि में वृद्धि किए जाने के निर्देश दिये है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्रालय में विक्रमोत्सव-2025, अखिल भारतीय कालिदास समारोह और वीर भारत न्यास द्वारा निर्मित किए जा रहे संग्रहालय की समीक्षा की।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कालिदास संस्कृत अकादमी की केंद्रीय समिति की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कालिदास समारोह की शुरूआत गढ़कालिका मंदिर से शुरू होती है। कालिदास का गढ़कालिका मंदिर से संबंध और उसके महत्व पर शिलालेख स्थापित किया जाना चाहिए। साथ ही कालिदास से संबंधित अन्य स्थलों पर भी जन-सामान्य की जानकारी के बोर्ड भी लगाए जायें।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कालिदास सम्मान समारोह के दौरान दिए जाने वाले पुरस्कारों की राशि में वृद्धि किए जाने के निर्देश दिये। कालिदास समारोह 12 से 18 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा। इसकी शुरूआत 10 नवंबर से उज्जैन में गढ़कालिका मंदिर में वागअर्चन से होगी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कालिदास संस्कृत अकादमी का आयोजन हर वर्ष किया जाता है। इसमें अस्थाई स्ट्रक्चर की जगह स्थाई स्ट्रक्चर बनाया जाना चाहिए। इससे अस्थाई स्ट्रक्चर पर हर बार लगने वाले खर्चे में कमी आएगी। उन्होंने कहा कि वर्ष भर होने वाले सांस्कृतिक आयोजन और रचनात्मक गतिविधियों को ध्यान में रखकर अधोसंरचना निर्माण का प्लान बनाए।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गुड़ी पड़वा पर्व 30 मार्च को उज्जैन के साथ पूरे प्रदेश में विक्रम पर्व सृष्टि आरम्भ दिवस के रूप में मनाया जायेगा। संस्कृति विभाग प्रदेश और प्रदेश के बाहर भी आयोजन और उत्सव करता है, जिनकी बड़ी प्रतिष्ठा है। उज्जैन के विक्रमोत्सव ने अपनी एक अलग ही पहचान बनायी है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विक्रमोत्सव 2025 की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि राष्ट्रीय वैज्ञानिक संगम में विज्ञान और खगोल विषय से जुड़े विशेषज्ञों को विक्रमोत्सव में आमंत्रित करें। इससे आयोजन की गरिमा बढ़ेगी और प्रदेश के युवाओं को भी इससे प्रेरणा मिलेगी। महोत्सव में होने वाले अखिल भारतीय कवि सम्मेलन को विक्रमादित्य पर केन्द्रित किया जाये और कवियों की कविताओं को लेखबद्ध करें।

विक्रमोत्सव के दूसरे चरण में पूरे प्रदेश में चलेगा जल गंगा संवर्धन अभियान

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विक्रमोत्सव के दूसरे चरण में 30 मार्च से ही 30 जून-2025 तक पूरे प्रदेश में जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत प्रदेश की नदियों, जल संरचनाओं के संरक्षण- संवर्धन का कार्य प्रदेश स्तर पर किया जायेगा। इस महती आयोजन का समापन गंगा दशहरा पर विगत वषार्नुसार विशिष्ट सांस्कृतिक आयोजन के साथ होगा।

मुख्यमंत्री डॉ. ने वीर भारत न्यास की बैठक में कहा कि उज्जैन में नव-निमार्णाधीन संग्रहालय को एक साहित्य और पारंपरिक संग्रहालय की जगह एक्सपीरियंशल और एक्टिविटी बेस्ड संग्रहालय बनाने के प्रयास हो। नवीन तकनीक का उपयोग कर मनोरंजक तरीके से कंटेंट का निर्माण करें। युवा इस तरह संग्रहालय से जुड़ेंगे और देश में यह पर्यटन का केंद्र बनेगा। संग्रहालय में कंटेंट निर्माण पर सुझाव देने के लिए समिति गठित करें।

संस्कृति, पर्यटन और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री धर्मेंद्र भाव सिंह लोधी सहित उज्जैन से सांसद, जन-प्रतिनिधि और संस्कृति प्रेमी वीसी के माध्यम से जुड़े। कौशल विकास एवं रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम टेटवाल, मुख्य सचिव अनुराग जैन, अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव संस्कृति और पर्यटन शिव शेखर शुक्ला, प्रमुख सचिव अनुपम राजन, मनीष रस्तोगी सहित समिति के सदस्य उपस्थित रहे।