Gulam Nabi Aazad : आजाद की घर वापसी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ समाप्ति से पहले!

आजाद की पार्टी की जमीन भी नहीं बनी कि उसी में विद्रोह हो गया!

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Gulam Nabi Aazad : आजाद की घर वापसी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ समाप्ति से पहले!

New Delhi : कांग्रेस से बगावत करने वाले गुलाम नबी आजाद अब पार्टी में वापस आने की तैयारी में हैं। आजाद और कांग्रेस आलाकमान के बीच बातचीत जारी है। इस पर आजाद जल्द ही फैसला ले सकते हैं। आजाद कब पार्टी में लौटेंगे, इस पर किसी तरह की कोई खबर नही है। कांग्रेस नेताओं का मानना है कि अगर ऐसा होता है तो यह बहुत आश्चर्यजनक होगा। समझा जा रहा है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की समाप्ति से पहले वे कांग्रेस में लौट सकते हैं।

आजाद और कांग्रेस पार्टी की ओर से किसी तरह का बयान सामने नहीं आया है। जब आजाद ने पार्टी छोड़ी थी, तब उन्होंने अपने इस्तीफे में राहुल गांधी और कांग्रेस के नेतृत्व पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। कांग्रेस का दामन छोड़ने के बाद गुलाम नबी आजाद ने अपनी राजनीतिक पार्टी शुरू की है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में होने वाले चुनावों में भी हिस्सा लेने की बात की है. उन्हें कुछ स्थानीय राजनीतिक दलों का समर्थन भी प्राप्त है। जब आजाद ने पार्टी छोड़ी थी तब उनके समर्थन में जम्मू-कश्मीर के कई युवा और वरिष्ठ नेताओं ने भी कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।

पार्टी की वरिष्ठ नेत्री अंबिका सोनी को आजाद को वापस लाने की जिम्मेदारी दी गई है। वे लगातार उनके संपर्क में हैं। इतना ही नहीं राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा के जम्मू कश्मीर पहुंचने से पहले आजाद को पार्टी में फिर से वापस लाने की तैयारी की जा रही है। आजाद के समर्थन में घाटी में कई कांग्रेसियों ने इस्तीफा दिया था। इस वजह से पार्टी को राज्य में काफी नुकसान हुआ। भारत जोड़ो यात्रा 20 जनवरी को जम्मू-कश्मीर पहुंचेगी। यहां पर यात्रा सबसे पहले लखनपुर जाएगी। इस वजह से कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता चाहते हैं कि आजाद इससे पहले पार्टी में वापस आ जाएं।

गुलाम नबी आजाद ने 26 अगस्त को कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दिया था। वह पिछले 52 साल से कांग्रेस से जुड़े थे। इसी साल आजाद का राज्यसभा का कार्यकाल भी खत्म हुआ था। इसके बाद कांग्रेस ने उन्हें दोबारा राज्यसभा नहीं भेजा। यह भी उनकी नाराजगी की एक वजह थी। हालांकि, पार्टी से जब उन्होंने इस्तीफा दिया था तो ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि शायद वे बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। लेकिन, उन्होंने अपने राजनीतिक पार्टी शुरू करके सभी को चौंका दिया था। लेकिन, वह पार्टी जमीन पर उतरी भी नही थी कि उसमें फूट पड़ गई।